साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में राजस्थान की सभी 25 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली बीजेपी ने इस बार के लोकसभा चुनावों में 25 में से 11 सीटें गंवा दी. चुनाव परिणामों से पहले बीजेपी को ये लग रहा था कि प्रदेश में एक-दो सीटें फंस सकती है लेकिन इतने बुरे प्रदर्शन की किसी को उम्मीद नहीं थी. अब इस हार को लेकर पार्टी में लगातार मंथन चल रहा है. इस बीच एक लेटेस्ट सर्वे ने बताया है कि राजस्थान में बीजेपी महज 14 सीटों पर ही क्यों सिमट गई? लोकनीति-सीएसडीएस के लेटेस्ट सर्वे ने बताया है कि राजस्थान में किसानों के गुस्से के चलते बीजेपी को बड़ा नुकसान पहुंचा है. सर्वे में सामने आया है कि 46 फीसदी किसानों ने कांग्रेस को जबकि बीजेपी को महज 45 फीसदी किसानों ने ही वोट किया है. किसानों के अलावा बाकी मतादाताओं में से 39 प्रतिशत ने कांग्रेस को जबकि 51 फीसदी ने बीजेपी को वोट दिया है. इससे पता चलता है कि नॉन फार्मर्स के वोट पाने में बीजेपी कांग्रेस से काफी आगे है जबकि किसानों का वोट पाने में बीजेपी पिछड़ गई है. हार के कारणों पर हुई बीजेपी की समीक्षा बैठक के बाद प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा था कि अलग-अलग सीटों पर हार के अलग-अलग कारण सामने आए हैं. लेकिन मुख्य कारण यह है कि कांग्रेस ने आरक्षण खत्म करने और संविधान बदलने का भ्रम फैलाया, जिससे पार्टी को काफी नुकसान उठाना पड़ा. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि किसान आंदोलन के चलते भी लोगों में बीजेपी को लेकर नाराजगी थी.