दादाबाडी क्षेत्र के अधरशीला वक्फ नगर इलाके में हार्डकोर अपराधी नियामत अली उर्फ शानी पर फायरिंग कर व धारदार हथियारों से जानलेवा हमला के मामले में पुलिस ने मध्यप्रदेश श्योपुर निवासी आरोपी सरवर पुत्र मंजूर अली हाल किराये से तालाब गांव अनन्तपुरा को गिरफ्तार किया है। साथ ही वारदात में शामिल दो नाबालिक अपराधियो को भी पकड़ा गया है, जिनसे वारदात में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किए गए है।

सिटी एसपी अमृता दुहन ने बताया की 8 जून को फरियादी दादाबाडी का हार्डकोर अपराधी/एचएस शानी उर्फ नियामत के अज्ञात बदमाशान द्वारा अधरशीला कच्ची बस्ती वक्फ नगर दादाबाडी में गोली मार दी व धारदार हथियारों से हमला किया था। सुचना पर घटना स्थल की फोटाग्राफी करायी गई तथा घटना की गम्भीरता को देखते हुए करीब 100 पुलिस कर्मियों को अलग अलग टीमो में विभाजित बदमाशो की तलाश शुरू की गई। घटना स्थल के आस पास के सभी सीसीटीवी कैमरे बैंक फूटेज के आढहार पर आरोपियों के हुलिये एव वाहनो की पहचान कर चिन्हीत किया गया। इसके पश्चात कोटा शहर कोटा ग्रामीण व झालावाड तक के विभन्न स्थानो के करीब 200 सीसीटीवी कैमरों के फूटेज चैक किये। बदमाश वारदात के बाद कोटा ग्रामीण से झालावाड से मध्यप्रदेश तक लोकेशन पायी गई। आसुचना संकलन एवं सीसीटीवी फूटेज के आधार पर उक्त दोनो मोटरसाईकिलो पर सवार सभी 7 आरोपियो की पहचा सरवर, करामत पठान, गुलफाम उर्फ सुखा, सईद उर्फ राजा, दिलीप सिंह उर्फ करणवीर सिंह उर्फ कानू बना तथा दो विधि के विरुध संघर्षरत बालाको के रुप में की गई। पुलिस टीमों द्वारा बदमाशो का पौछा झालावाड एवं श्योपुर (एमपी) तक किया गया । घटना काम में लिये गये देशी कट्टा व एक कारतूस सहित गांव बागलदा जिला श्योपुर मध्य प्रदेश से डीटेन किया किया। जिसनो अनुसंधान कर बापर्दा गिरफ्तार किया गया। तथा विधि के विरुध संघर्षरत दो बालको को प्रकरण में बापर्दा निरुद्ध किया। उनके पास से वारदात में प्रयुक्त हथियार सत्तूर (बड़ा छूर्रा) बरामद किया गया। मुलजिमान काफी चालाक है। जिनके विरुध पुर्व में भी कई गम्भीर प्रकृति के प्रकरण दर्ज है। प्रकरण में वांछित अन्य बदमाशो की तलाश जारी है। 

*भाई की हत्या के शक में दिया वारदात को अंजाम:*

एएसपी दिलीप सिंह ने बताया कि वारदात का उद्देश्य हार्डकोर अपराधी नियामत उर्फ शानी की किशोरपुरा के हिस्ट्रीशीटर सिराज उर्फ चिग्गा से कई वर्षों से गहरी दोस्ती थी। जून 2023 में सिराज उर्फ चिग्गा के भाई फिरोज उर्फ बैण्डा की हत्या हो गई थी। उसके कुछ दिनों बाद सिराज उर्फ चिग्गा को शक हुआ कि उसके भाई की हत्या करवाने में नियामत उर्फ शानी का हाथ है जो जेल में रहते हुएबाहर अपने आदमियों को ओपरेट करके करायी है। 

*सोशल मीडिया पर बनाई गेंद ओर दिया वारदात को अंजाम:*

सिराज उर्फ चिग्गा ने अपने भाई की हत्या का का बदला लेने के लिए सोशल मिडीया पर नये नये बालिग एवं नाबालिग लड़को को जोड़कर गैंग तैयार की। उसके नियामत उर्फ शानी के विरोधी रईस मल्या से दोस्ती कर उसे ग्रुप में जोड़ा। सोशल मिडीया ग्रुप से जुड़े हुए 7 लड़को को 2-2 लाख रुपये देने का लालच देकर नियामत उर्फ शानी की हत्या करने का प्लान बनाया।