कांग्रेस पार्टी के समर्थन से पहली बार सांसद बने राजकुमार रोत को लेकर राजस्थान की राजनीति में हर दिन नए-नए एंगल सामने आ रहे हैं. कभी राजकुमार रोत पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मिलते हैं. तो कभी वह मंत्री किरोड़ी लाल मीणा और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात करते हैं. इससे कई तरह की अटकलें जन्म ले रही हैं. भारत आदिवासी पार्टी का रुख किस पार्टी की ओर है? इसको लेकर अभी तक कोई तस्वीर साफ नहीं हुई है. लेकिन मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद आने वाले राज्यसभा सांसद उपचुनाव और विधानसभा उपचुनाव में भारत आदिवासी पार्टी द्वारा एनडीए को समर्थन देने की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी द्वारा समर्थन देने पर नवनिर्वाचित सांसद राजकुमार रोत और भारत आदिवासी पार्टी के पदाधिकारियों ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मुलाकात कर आभार जताया. उन्होंने मंत्री किरोड़ी लाल मीणा और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी मुलाकात की. मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद यह चर्चा तेज हो गई की क्या आने वाले विधानसभा उपचुनाव में भारत आदिवासी पार्टी के विधायक और सांसद एनडीए के प्रत्याशी को समर्थन देंगे और वह एनडीए का हिस्सा बनेंगे. हालांकि भारत आदिवासी पार्टी और नवनिर्वाचित सांसद राजकुमार रोत ने कई बार स्पष्ट किया है कि वह स्वतंत्र रूप से लोकसभा में भारत आदिवासी पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे और वह जरूरत होने पर इंडिया गठबंधन को समर्थन व्यक्त करेंगे. इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनके एनडीए का हिस्सा बनने की अटकलें और तेज हो गई हैं.