गूगल ऑगमेंटेड और वर्चुअल रियलिटी (AR/VR) के क्षेत्र में वापसी करने पर फोकस कर रहा है। पिछले कुछ वर्षों में मेटा और फेसबुक ने इस क्षेत्र में बहुत काम किया है। गूगल इनसे इस मामले बहुत पीछे दिखाई देता है। गूगल ने इस क्षेत्र में बेहतर तरीके से का करने के लिए ऑगमेंटेड रियलिटी स्टार्टअप मैजिक लीप एक साथ साझेदारी भी की है।

Google और ऑगमेंटेड रियलिटी स्टार्टअप मैजिक लीप एक साथ मिलकर इमर्सिव एक्सपीरियंस बनाने पर काम कर रहे हैं। गूगल और मैजिक लीप एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाने की कोशिश कर रहे हैं जो फिजीकल और डिजिटल दुनिया को एक साथ ला सके।

गुरुवार को मैजिक लीप ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया कि दोनों कंपनियों ने साझेदारी के लिए सहमति जताई है। दूसरी तरफ गूगल के स्पोकपर्सन ने भी समझौते की पुष्टि की है। इन्होंने कहा मैजिक लीप के साथ साझेदारी उनकी AR एक्सपर्टीज और ऑप्टिक्स लीडरशिप को पहले से बेहतर करेगी।

क्या है साझेदारी का मकसद

इस पार्टनरशिप के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। लेकिन संकेत मिलता है कि एक बार टेक दिग्गज गूगल ऑगमेंटेड और वर्चुअल रियलिटी (AR/VR) के क्षेत्र में वापसी करने पर फोकस कर रहा है। पिछले कुछ वर्षों में मेटा और फेसबुक ने इस क्षेत्र में बहुत काम किया है। गूगल इनसे इस मामले बहुत पीछे दिखाई देता है।

लेकिन, अब साझेदारी से पता चलता है कि कंपनी एक बार फिर से इस क्षेत्र को अपना बनाने की तैयारी कर रही है। इस साझेदारी से फ्लोरिडा की मैजिक लीप की ऑप्टिक्स और डिवाइस निर्माण में एक्सपर्टीज को गूगल के टेक्नोलॉजी प्लेटफार्मों के साथ जोड़ने की उम्मीद है।

आगे की राह...

बताया जाता है कि AR/VR के क्षेत्र में गूगल ही पहली ऐसी कंपनी ने थी, जिसने सबसे पहले इस क्रांति को जन्म दिया था। गूगल ने साल 2012 में Google Glass स्मार्ट ग्लास पेश किए थे और इसका एक डेमो भी जारी किया गया था। लेकिन इसके अतरंगी से डिजाइन के कारण यह लोगों के बीच अपनी पकड़ बनाने में सफल नहीं हो पाया। कुछ यूजर्स ने तो इस डिवाइस को ग्लासहोल भी कहा था।

हालांकि अब लंबे अंतराल के बाद गूगल की इस क्षेत्र में फिर से वापसी करने की इच्छा है। Google AR/VR क्रांति के नए दौर के लिए तैयारी में लगा हुआ है। Google के AR/XR के वीपी और जीएम शाहराम इजादी ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि हम ऑप्टिक्स और मैन्युफैक्चरिंग में मैजिक लीप के नेतृत्व को अपनी तकनीकों के साथ लाने के लिए तत्पर हैं। ऐसा करने के पीछे गूगल और मेजिक लीप का मकसद इमर्सिव एक्सपीरियंस को और भी बेहतर बनाना है। हम AR/XR पर नए तरीके से काम कर रहे हैं।