लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद एग्जिट पोल के नतीजों में एनडीए एक बार फिर से सत्ता में वापसी करती दिख रही है। लगभग सभी एग्जिट पोल में बीजेपी नीत एनडीए को 350 से 400 सीट मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया है। यदि 4 जून के नतीजे एग्जिट पोल के नतीजों की तर्ज पर ही होते हैं तो एनडीए के साथ ही पीएम मोदी भी सत्ता में हैट्रिक लगाने में कामयाब होंगे। अब सवाल है कि आखिर एनडीए की इस कामयाबी के पीछे की वजह क्या है। राजनीतिक विश्लेषक अक्सर मोदी सरकार की नीतियों का जिक्र करते हैं। दूसरी तरफ एनडीए की कामयाबी को लेकर चुनावी पंडित या एग्जिट पोल करने वाले विश्लेषक क्या सोचते हैं। इस बारे में जानने की कोशिश करते हैं। लोकसभा चुनाव को लेकर एग्जिट पोल में एनडीए की सत्ता में वापसी को लेकर CVOTER के संस्थापक, यशवंत देशमुख कहते हैं, NDA मुख्य रूप से इसलिए जीत रहा है क्योंकि पीएम मोदी लोकप्रिय हैं। इसके अलावा वे जहां भी जीत रहे हैं, वहां अलग-अल राज्यों में वोट शेयर का बहुत बड़ा अंतर है। देशमुख ने कहा कि पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र अच्छा मुकाबला देखने को मिल रहा है। इन दोनों राज्यों में प्रत्येक सीट पर मुकाबला है। इन राज्यों से परे, लगभग सभी राज्य एकतरफा बीजेपी और एनडीए के पक्ष में दिख रहे हैं। एग्जिट पोल को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरफ से 'मोदी फैंटेसी पोल को लेकर भी देशमुख ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि राजनेता जो चाहें कहने के लिए स्वतंत्र हैं। वे कह सकते हैं कि वे पीएम मोदी के फैंटेसी पोल हैं, लेकिन जब हमारे एग्जिट पोल दिखा रहे थे कि कांग्रेस कर्नाटक या तेलंगाना या पश्चिम बंगाल, दिल्ली, पंजाब, केरल और तमिलनाडु में अन्य INDIA गठबंधन सहयोगियों में जीत रही है, जब भी हम कह रहे थे कि वे आगे चल रहे हैं और वे जीत रहे हैं, तो क्या हम राहुल गांधी या अरविंद केजरीवाल या ममता बनर्जी या स्टालिन के फैंटेसी पोल थे? वहीं, एग्जिट पोल कर ने वाली एक अन्य एजेंसी जन की बात के संस्थापक प्रदीप भंडारी ने कहा कि हम लोगों ने जमीन पर लोगों से बातचीत की है। डेटा सर्वे और बातचीत के आधार पर यह सामने आ रहा है कि देश की जनता नरेंद्र मोदी को तीसरी बार जनादेश देना चाहती है। उन्होंने कहा कि हमारे जमीनी विश्लेषण के आधार पर देश की जनता नरेंद्र मोदी को बड़ा जनादेश दे रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस बयान पर कि "यह एग्जिट पोल नहीं, मोदी मीडिया पोल है। यह उनका काल्पनिक पोल है। इस पर भंडारी ने कहा कि शायद राहुल गांधी राजनीतिक मजबूरियों के कारण सेलेक्टिव मेमरी लॉस से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि जब तेलंगाना विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल आए, तो उस समय सीएम पद के लिए प्रस्तावित नेता ने टीवी चैनलों पर आकर इंटरव्यू दिए कि पार्टी इन एग्जिट पोल को देखने के लिए उत्साहित है। उस समय सभी एग्जिट पोल ने कहा था कि कांग्रेस तेलंगाना में सरकार बनाएगी। दुख की बात है कि जब एग्जिट पोल आपके पक्ष में नहीं होते हैं - तो यह उन हजारों पेशेवरों का अपमान है जो इस भीषण गर्मी में जमीन पर कड़ी मेहनत करते हैं।