लोकसभा चुनाव के खत्म होने के बाद राजस्थान की सियासत एक बार फिर गरमा गई है. कभी सीएम भजनलाल शर्मा के बयान तो कभी कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा से जुड़ी अटकलों ने सियासी पारा हाई कर दिया है. अब पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कुछ नेताओं को नॉन परफॉर्मिंग एसेट बताने वाले बयान पर राजनीति गरमा गई है. उनके इस बयान पर सांगानेर विधानसभा से पूर्व प्रत्याशी रहे सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बीजेपी नेता सुरेश मिश्रा ने पलटवार किया है. उन्होंने गहलोत से कुछ सवाल भी किए. दरअसल, पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने वाले नेताओं को नॉन परफॉर्मिंग एसेट बताया था. जिसके बाद बीजेपी नेता ने पूछा कि क्या यह सही नहीं है कि कांग्रेस जब 1989 में 195 सीटें जीती, तब भी आप पीसीसी अध्यक्ष थे. आप खुद अपनी लोकसभा सीट से बुरी तरह हार गए थे?  साथ ही उन्होंने सवाल किया "क्या यह सही नहीं है कि 1991 का लोकसभा चुनाव भी आप राजीव गांधी की हत्या की सहानुभूति की लहर में ही जीत पाए? क्या यह सही नहीं है कि 1998 के विधानसभा चुनाव में आप चेहरा नहीं थे, फिर भी गांधी परिवार की चापलूसी और मदेरणा जी के खिलाफ षड्यंत्र करके आप मुख्यमंत्री बने?" सुरेश मिश्रा ने ऐसे कई सवालों की गहलोत पर जमकर बौछार की.