राजस्थान में भीषण गर्मी से जनता भुगत रही है। कई जिलों में पारा 50 डिग्री के करीब पहुंच गया है। ऐसे में लोग बिजली,पानी और स्वास्थ्य को लेकर त्राहिमाम मचा रहे है। जिसे लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पेयजल समस्याओं, हैंडपंप व ड्रिलिंग कार्यों में जलदाय इंजीनियरों की लापरवाही को लेकर एक्शन में हैं। सीएम के आदेशों के बाद शनिवार को जलदाय सचिव डॉ समित शर्मा ने चाकसू में तैनात सहायक अभियंता दौलतराम वर्मा, जोधपुर के मंडोर में तैनात सहायक अभियंता धन्नाराम को निलंबित कर ने दिया।वहीं, जलदाय विभाग के ड्रिलिंग स डिवीजन इंचार्ज अति. मुख्य अभियंता जगत तिवारी, चित्तौड़गढ़ अधीक्षण अभियंता सुनील गुप्ता, पोकरण अधिशासी अभियंता पराग स्वामी, अनूपगढ़ अधिशासी अभियंता देवपाल त गिरी एवं जोधपुर शहर चतुर्थ अधिशासी अभियंता मनोज भुवन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बता दें कि इससे पहले भजनलाल सरकार ने हीटवेव प्रबंधन को लेकर लगातार दिशा-निर्देश जारी करने के बावजूद चिकित्सा संस्थानों में उचित व्यवस्था न करने पर सख्त एक्शन लिया है। इसी क्रम में सवाई मानसिंह अस्पताल में हीटवेव से बचाव के उचित प्रबंध नहीं पाए जाने पर अतिरिक्त अधीक्षक एवं चिकित्सा प्रभारी अधिकारी विद्युत एवं यांत्रिकी डॉ. गिरीश चौहान, सहायक अभियंता सिविल मोनिका सैनी व अंजू माथुर, सहायक अभियंता इलेक्ट्रिकल सुनील कुमार मीणा तथा अस्पताल अभियंता रवि प्रकाश चौधरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।इसी तरह सीकर मेडिकल कॉलेज के एसके हॉस्पिटल, अजमेर मेडिकल कॉलेज के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल, पाली के बांगड अस्पताल, बीकानेर के जनाना अस्पताल, कोटा के एमबीएस अस्पताल, भरतपुर के जनाना अस्पताल एवं जयपुर के जनाना अस्पताल के अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।