विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने शुक्रवार को 15 समितियों की घोषणा कर दी। जिनमें सबसे अहम समितियों में से एक नियम समिति में विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी सभापति होंगे। खास बात ये है कि नियम समिति में धुर विरोधी नेताओं को शामिल किया गया है। ऐसे में जब नियम समिति की मीटिंग होगी तो पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और आरएलपी विधायक हनुमान बेनीवाल एक साथ नजर आएंगे। इसके अलावा कांग्रेस विधायक मुरारीलाल मीणा, बीजेपी विधायक प्रताप लाल भील और दीप्ति माहेश्वरी को भी इस समिति में शामिल किया गया है। दूसरी खास बात ये है कि कांग्रेस नेता गोविंद सिंह डोटासरा को किसी भी समिति में शामिल नहीं किया गया है। वहीं, पहली बार विधायक बनने वाले रविंद्र सिंह भाटी, अंशुमान सिंह भाटी, डॉ शिखा बराला, अभिमन्यू सिंह पूनिया, मनीष यादव और नौक्षम चौधरी को कई समितियों में जगह दी गई है। बता दें कि विधानसभा के कार्य संचालन के लिए 21 समितियों का गठन किया जाता है। लेकिन, इस बार अब तक 19 स​मितियों का ही गठन हुआ है। देवनानी 15 स​मितियों के गठन से पहले 4 समितियों का गठन कर चुके हैं। विधायकों के आचरण पर नजर रखने के लिए सदाचार समिति भी बनाई गई है। इस समिति का सभापति कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी को बनाया गया है। इन सभी समितियों में विभिन्न दलों के विधायकों को शामिल किया गया है। अल्पसंख्यक कल्याण समिति में इस बार गैर अल्पसंख्यक विधायकों को भी शामिल किया गया है।