कोटा में अदालत परिसर में दो महिला वकीलों के बीच कहासुनी हो गई। मामला इतना बड़ा की कोर्ट परिसर में हंगामा मच गया। अभिभाषक परिषद तक बात पहुंची तो परिषद ने दोनी महिला वकीलों को बार की सदस्यता से निष्काषित कर दिया। परिषद ने दोनों महिला सदस्यों की बार कोंसिल ऑफ राजस्थान को शिकायत करने की बात कहीं। एडवोकेट सुमन मेहरा व एडवोकेट बबीता आर्य दोनों साथ ही काम करती थी। कुछ दिन पहले ही दोनों अलग हुई।
बताया जा रहा है कि दोनों के बीच पैसों के लेन देन को लेकर विवाद हुआ। एडवोकेट सुमन मेहरा तलवार लेकर पहुंच गई। हालांकि अभिभाषक परिषद ने तलवार लेकर आने की बात का खंडन किया है।
एडवोकेट बबिता आर्य बे बताया कि पैसों के लेन देन को कोई विवाद नही था। मुझे तो ये भी पता नही सुमन ने मुझ पर हमला क्यों किया। सुबह 11 बजे के आसपास मेरे सीट के पास बैठकर किसी से बात कर रही थी। उसी दौरान सुमन ने बेंच पर तलवार मार दी। तलवार का कवर अभी मेरे पास है। इसकी शिकायत सिटी एसपी को करने जा रही हुं।
इस बारें में एडवोकेट सुमन मेहरा से भी बात करने की कोशिश की। सुमन मेहरा ने घटना के बारें में बातचीत से इनकार कर दिया।
अभिभाषक परिषद अध्यक्ष मनोज पुरी ने बताया हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर हर तीसरे शनिवार वर्क सस्पेंड रहता है। कोर्ट में आज रक्तदान रक्तदान शिविर चल रहा था। अधिवक्ता रक्तदान कर रहे थे। दो महिला सदस्यों के बीच कहासुनी की जानकारी मिली थी। मामला संज्ञान में आने के बाद दोनों महिला वकीलों को अनुशासनहीनता के मामले में बार की सदस्यता से अनिश्चितकालीन के लिए निष्कासित किया है।दोनों के खिलाफ बार काउंसिल आफ राजस्थान में भी लिखेंगे