इन दिनों लोगों की लाइफस्टाइल में तेजी से बदल रही है। ऐसे में लोग कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं का शिकार होते जा रहे हैं। इतना ही नहीं काम के बढ़ते प्रेशर के चलते लोग आजकल अपनी सेहत को भी नजरअंदाज करने लगे हैं। ऐसे में सेहत और इससे जुड़े मुद्दों के बारे में जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 7 अप्रैल को World Health Day मनाया जाता है।

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महावीर कुल्फी सेन्टर - बूंदी

महावीर कुल्फी सेन्टर की और से बूंदी वासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं

तेजी से बदलती लाइफस्टाइल का असर हमारी सेहत पर भी देखने को मिलता है। हमारे खानपान से लेकर रहन-सहन तक, सभी का हेल्थ पर सीधा असर पड़ता है। एक अच्छा जीवन जीने के लिए सेहतमंद रहना बेहद जरूरी है। हालांकि, इन दिनों लोगों की जीवनशैली तेजी से बदलने लगी है, जिसकी वजह से लोग कई स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार होते जा रहे हैं। ऐसे में सेहत के लिए लोगों में जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 7 अप्रैल को वर्ल्ड हेल्थ डे मनाया जाता है।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) द्वारा हर साल हेल्थ से जुड़े किसी किसी खास मुद्दे के प्रति जागरूकता फैलाने और दुनिया भर के लोगों को प्रभावित करने वाले स्वास्थ्य मुद्दों के समाधान के लिए यह दिन मनाया जाता है। इन दिनों फिजिकल हेल्थ के साथ मेंटल हेल्थ भी चिंता का विषय बना हुआ है। लोग मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का शिकार होते जा रहे हैं। एंग्जायटी इन्हीं समस्याओं में से एक जिसकी वजह से लोग अकसर परेशान रहते हैं। ऐसे में आज हेल्थ डे के मौके पर हम आपको बताएंगे एंग्जायटी मैनेज करने के कुछ कारगर टिप्स-

ट्रिगर्स की पहचान करें

एंग्जायटी से बचने के लिए उन ट्रिगर्स की पहचान करें, जो इस समस्या में योगदान करते हैं और जब भी संभव हो उनके संपर्क में कम से कम आने की कोशिश करें। इसके लिए आपको कुछ लोगों या स्थितियों के साथ सीमाएं तय करनी पड़ सकती है।

वर्तमान में रहें

भविष्य के बारे में चिंता करने या अतीत पर ध्यान देने के बजाय वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करें। आप इसके लिए माइंडफुलनेस टेक्नीक जैसे डीप ब्रीथिंग या ग्राउंडिंग टेक्नीक का सहारा ले सकते हैं। इससे आपका ध्यान वर्तमान में वापस लाने और चिंता को कम करने में मदद कर सकती हैं।

रिलैक्सेशन और फिजिकल एक्टिविटी करें

अपनी डेली रूटीन में रिलैक्सेशन और फिजिकल एक्टिविटीज जैसे योग, मेडीटेशन, नेचर में समय बिताना आदि शामिल करें। शरीर को एक्टिव रखने के लिए फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है। इससे आपके दिमाग और शरीर को शांत करने में मदद कर सकती हैं।

नकारात्मक विचारों को चुनौती दें

एंग्जायटी मैनेज करने के लिए निगेटिव विचारों से दूरी बनाना जरूरी है। ऐसे में नकारात्मक विचारों को चुनौती देकर और उन्हें ज्यादा अपना ध्यान पॉजिटिव विचार की तरफ केंद्रित करें।