कोलंबिया के अमेजन जंगल (Amazon Forest) में 1 मई को एक प्लेन क्रैश हो गई थी। इस प्लेन हादसे में दो पायलटों की मौत हो गई थी। हादसे में एक महिला ने भी अपनी जान गंवाई थी, लेकिन करिश्मा ये कि 40 दिनों के बाद महिला के 4 बच्चे जंगल से जिंदा पाए गए।
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं
इन बच्चों की तलाश 200 सेना और स्थानीय लोगों की मदद से की गई। ये सभी बच्चे तेरह, नौ, पांच और एक साल के भाई-बहन हैं, जिनकी हालत बहुत अच्छी नहीं है क्योंकि ये सभी बच्चे काफी कमजोर हो गए हैं।
लगभग 200 सैनिकों और स्वदेशी जंगल विशेषज्ञों द्वारा बड़े पैमाने पर खोज के बाद लापता चारों बच्चें जीवित पाए गए। चारों बच्चों ने सभी बाधाओं के खिलाफ खुद को महफूज रखा। सभी बच्चें मिलने के बाद बेहद कमजोर नजर आए लेकिन जीवित पाए गए।
चारों जीवित बच्चों के बारे में विशेषज्ञों का यही कहना है कि यह "चमत्कार" है।
जंगली फलों को खाकर जिंदा रहे बच्चे
दुर्घटना के बाद पहले दिन बच्चे विमान के मलबे के पास ही रहे, वे कसावा का आटा और अन्य भोजन का सेवन कर रहे थे जो उन्हें विमान में मिला था।
जब उनका भोजन कम हुआ तो बच्चों ने जंगल से बाहर निकलने का प्रयास करने का फैसला किया। खोज दल के सदस्य सांचेज़ ने कहा, बच्चों ने "चोंटाडुरो (ताड़ का फल) और जंगली आम ... जंगल के फल खाए।"
कोलम्बिया के राष्ट्रीय स्वदेशी संगठन के खोज दल के सदस्य लुइस अकोस्टा ने कहा कि उन्होंने बीज, जड़ों वाले फल और अन्य पौधों को भी खाने के इस्तेमाल में लाए। बच्चों ने उन सभी चीजों को अपने खाने में प्रयोग किया जिसे वह खाद्य के रूप में पहचानने में सक्षम थे।
जंगल के बारे में जानते थे बच्चे
कोलंबिया के राष्ट्रीय स्वदेशी संगठन (ओएनआईसी) के लुइस एकोस्टा ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि वे बच्चे स्वदेशी हैं और उन्हें जंगल के बारे में अच्छे से पता है, जिसके कारण वे करीब 40 दिनों तक जंगल में जीवित रह पाए। उन्होंने कहा कि बच्चों ने जिंदा रहने के लिए 40 दिनों तक बीज, फलों, जड़ों और पौधों को भी खाया था।