इन दिनों वायरल इन्फेक्शन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में लोग सर्दी-जुकाम और खांसी का शिकार हो रहे हैं। संक्रमण की वजह से होने वाली खांसी का कफ सीने में जम जाता है और फिर सूखी खांसी में बदल जाता है। इसकी वजह से अकसर सीने में काफी दर्द होता है। ऐसे में आप कुछ आसान से घरेलू उपाय अपना कर इससे राहत पा सकते हैं।
ऐसे में इनसे छुटकारा पाने के लिए लोग दवाइयों की मदद लेते हैं, जिससे तुरंत में तो आराम मिलता है, लेकिन बाद में इसके साइड इफेक्टस भी भुगतने पड़ते है। कई बार तो छाती में जमा कफ और सूख जाता है, जिससे निजात पाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। ऐसे में ये सूखी खांसी से छुटकारा पाने के लिए आप कुछ उपाय अपना सकते हैं।
नमक और अदरक
अदरक में एंटी-माइक्रोबियल गुण मौजूद होते हैं, जो बैक्टीरिया को खत्म करने में मददगार होते हैं। छाती में जमे कफ के लिए ये एक रामबाण देसी नुस्खा है। इसके लिए अदरक को छीलकर छोटे-छोटे टुकड़े काटकर तवे पर घी में भूनकर उसपर सेंधा नमक डालकर गर्म-गर्म ही मुंह में डाल कर कुछ देर तक चूसें। इससे ड्राई कफ में बहुत ही आराम मिलता है। नमक कफ छांटने का काम करता है।
हल्दी और काली मिर्च
हल्दी में मौजूद कंपाउंड करक्यूमिन एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टिरियल और एंटी-वायरल गुणों से भरपूर होता है और काली मिर्च के साथ इसका कॉम्बिनेशन सीने में जमा कफ को निकालने में मदद करता है। इसके लिए आप एक गिलास संतरे के जूस में आधा चम्मच हल्दी पाउडर और चौथाई छोटी चम्मच काली मिर्च पाउडर मिलाकर पी सकते हैं।
घी काली मिर्च
शुद्ध देसी घी एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टिरियल गुण से भरपूर होता है, जो गले की खराश दूर करने में मदद करता है। काली मिर्च और घी को गर्म करके इसमें नमक मिलाकर खाने से सीने में जमा कफ छंटने लगता है।
नमक पानी के गरारे
टॉन्सिल के बढ़ने और छाती में जमे कफ में गर्म पानी में नमक मिलाकर गरारे करने से बहुत ही राहत मिलती है। गरारे करने के दौरान कफ निकलने लगता है। इसे दिनभर में कम से कम दो से तीन बार करें।
गर्म पानी और शहद
एक साल से ऊपर के बच्चों, बुजुर्गों और वयस्कों को इसे दिया जा सकता है। एक ग्लास गर्म पानी एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं। शहद गले को आराम पहुंचाने में मदद करता है, क्योंकि शहद जीवाणुरोधी गुण होता है, इसलिए ये गले की जलन को कम करने में मदद करता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।