20 मार्च का दिन दुनियाभर में International Day of Happiness के रूप में मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 12 जुलाई 2012 को इसे मनाने का फैसला किया था। साल 2013 में संयुक्त राष्ट्र के 193 देशों ने मिलकर पहला इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस मनाया था। दुनियाभर में कई ऐसे देश हैं जो खुश रहने के लिए तरह-तरह के तरीके अपनाते हैं जानेंगे आज इनके बारे में।

खुशी एक ऐसी अनमोल चीज है, जिसकी जरूरत बच्चों से लेकर बड़े-बूढ़ों मतलब हर किसी को होती है। आपको सबसे ज्यादा खुशी किस चीज़ से मिलती है, इस सवाल के जवाब में हमारे मन में कई तरह के विचार और इमोशन्स आते हैं। किसी को घूमने-फिरने से खुशी मिलती है, तो किसी को अच्छा खाना खाकर, किसी को चिड़ियों की चहचहाहट खुशी दे जाती है, तो किसी के लिए शांति से बैठकर वक्त बिताना ही काफी होता है। वैसे कुछ देशों में लोग खुश रहने के लिए तरह-तरह की चीज़ें भी करते हैं। International Day of Happiness, जो 20 मार्च को मनाया जाता है, के मौके पर हम ऐसी ही कुछ चीज़ों के बारे में जानेंगे।

इंडिया, Laughter Yoga

शुरुआत अपने भारत देश से करते हैं। हंसने से मूड मस्त रहता है, स्ट्रेस दूर होता है और ब्लड प्रेशर भी कम होता है। मतलब टेंशन फ्री रहने के साथ हंसने से आप कई बीमारियों से भी दूर रह सकते हैं, लेकिन क्या जानते हैं हमारी बॉडी रियल और फेक लाइफ के बीच का अंतर नहीं समझ पाती। 1995 में इसी को समझते हुए मुंबई के एक डॉक्टर ने लॉफ्टर थेरेपी का कॉन्सेप्ट डेवलप किया, जिसमें ब्रीदिंग एक्सरसाइज के साथ फेक लाफ भी शामिल होता है। आज ये लॉफ्टर योगा बहुत पॉपुलर हो चुका है। घर के आसपास पार्क, क्लब्स में आपको लोग सुबह-सुबह ये योग करते हुए मिल जाएंगे।

जापान, Shinrin Yoku

Shinrin Yoku जिसे फॉरेस्ट बाथिंग भी कहा जाता है। इस एक्टिविटी को जापानी लोग 1980 के दशक से फॉलो कर रहे हैं। इसमें लोग अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी से थोड़ी राहत और सुकून पाने के लिए नेचर के साथ वक्त बिताते हैं। बिना किसी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के। खुश रहने का ये जापानी तरीका आप भी ट्राई कर सकते हैं। मोबाइल फोन, लैपटॉप, टैबलेट से कुछ दिनों का ब्रेक लें और फॉरेस्ट या पार्क में जाकर शांति से बैठें। इस एक्टिविटी को आप रोजाना भी कर सकते हैं। जो आपको फ्रेश और रिलैक्स करता है। एनर्जी बढ़ाता है और इससे आप खुश रहते हैं। 

तिब्बत, Singing Bowls

तिब्बती लोग खुश रहने के लिए साउंड हीलिंग का तरीका अपनाते हैं, जिसके लिए वो singing bowls का इस्तेमाल करते हैं। ये बाउल्स ऐसी एनर्जी उत्पन्न करते हैं, जिससे स्ट्रेस, डिप्रेशन दूर होता है। ये बाउल मेंटल और क्रिस्टल के होते हैं, जिनको mallet से हिट करने पर वाइब्रेशन या साउंड प्रोड्यूस होता है। ये ध्वनियां हमारे दिमाग को रिलैक्स करती हैं और अंदर से खुश रखने में मदद करती हैं।