दुनियाभर में 4 मार्च का दिन World Obesity Day के रूप में मनाया जाता है। मोटापा सिर्फ आपका लुक ही नहीं बिगाड़ता बल्कि ये कई गंभीर समस्याओं की भी वजह बन सकता है। लोगों को इसी के बारे में जागरूक करने के मकसद यह दिन मनाया जाता है। मोटापे को लेकर लोगों के मन में कई तरह की गलतफहमियां भी हैं जानेंगे इनके पीछे का सच।

पुराने जमाने में मोटापे को समृद्ध परिवार से जोड़कर देखा जाता था, लेकिन आज इसे बीमारियों, गलत खानपान और लाइफस्टाइल से जोड़कर देखा जाता है। मोटापा देश और दुनिया में तेजी से फैली रही एक बीमारी बन चुका है। जिसे समय रहते कंट्रोल न किया जाए, तो इसके चलते और कई दूसरी बीमारियों के होने की संभावना बढ़ जाती है। लोगों को इसी के बारे में जागरूक करने के मकसद से हर साल 4 मार्च को वर्ल्ड ओबेसिटी डे यानी विश्व मोटापा दिवस मनाया जाता है। हालांकि मोटापे को लेकर लोगों के मन में कई तरह की गलतफहमियां भी हैं, तो पहले इन मिथकों के बारे में जान लेना जरूरी है फिर इसे कम करने की प्लानिंग की तरफ बढ़ें। 

मिथक 1: डाइटिंग है वजन घटाने का आसान तरीका

सच्चाई: बेशक इससे वजन तेजी से कम हो सकता है, लेकिन उतनी ही तेजी से आपकी सेहत को भी नुकसान पहुंचता है। लंबी डाइटिंग के बाद जब आप कुछ खाते हैं, तो इससे पेट दर्द, सिर दर्द, उल्टी और दस्त की समस्या भी हो सकती है। साथ ही यह तरीका मेटाबॉलिज्म को धीमा कर सकता है। ज्यादा देर तक भूखा रहने से क्रेविंग और ज्यादा बढ़ती है जिसके चलते लोग कुछ भी अनहेल्दी ऑप्शन चुनकर उससे पेट भरने लग जाते हैं, जो कहीं से भी सही तरीका नहीं। वहीं बैलेंस डाइट और भोजन की मात्रा थोड़ी कम करके आप जरूर मोटापा कम करने के अपने टारगेट को पूरा कर सकते हैं। 

मिथक 2: मोटापा कम करने से इसके चलते होने वाली बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं।

सच्चाई: यह पूरी तरह से सच नहीं। बेशक इससे होने वाली बीमारियों का खतरा कम हो जाता है, लेकिन अगर वजन बढ़ने के चलते आपको डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और अर्थराइटिस की शिकायतें शुरू हुई हैं, तो ऐसा बिल्कुल नहीं कि वजन कंट्रोल करने भर से ये ठीक हो जाएंगी। हां, इनके गंभीर स्टेज पर पहुंचने का खतरा जरूर मोटापा कम करने से कम हो जाएगा। 

मिथक 3: ज्यादा खाना है मोटापा की जड़। 

सच्चाई: इसमें तो कोई दो राय है ही नहीं कि ओवरइटिंग मोटापे की सबसे बड़ी वजह है, लेकिन एकमात्र नहीं। हार्मोनल असंतुलन, जेनेटिक, बहुत ज्यादा दवाओं का इस्तेमाल, एक्सरसाइज की कमी या किसी बीमारी की वजह से भी व्यक्ति मोटापे का शिकार हो सकता है। 

मिथक 4: एक्सरसाइज काफी है मोटापा कम करने के लिए।

सच्चाई: नो डाउट मोटापा और वजन घटाने में एक्सरसाइज का बहुत बड़ा रोल होता है, लेकिन घंटों एक्सरसाइज करने का कोई फायदा नहीं मिलेगा, अगर आपने डाइट पर कंट्रोल नहीं किया तो। फिजिकल एक्टिविटीज के साथ-साथ खानपान का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है। 

मिथक 5: फलों और सब्जियों का जूस पीकर तेजी से घटा सकते हैं मोटापा।

सच्चाई: शरीर को स्वस्थ रखने और मोटापे को कंट्रोल करने के लिए लिक्विड और सॉलिड दोनों ही तरह के फूड्स जरूरी होते हैं। सिर्फ लिक्विड डाइट पर आकर आप बॉडी को अलग तरह से नुकसान पहुंचाते हैं। इस तरह की डाइट आप सिर्फ एक से दो दिन फॉलो कर सकते हैं, ज्यादा दिनों तक ऐसा कर पाना पॉसिबल नहीं होता। मोटापा कम करने के लिए डाइट में प्रोटीन, फाइबर, हेल्दी फैट्स और कई जरूरी विटामिन्स को होना भी बहुत जरूरी है।  

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।