Bluebugging एक ऐसा टर्म है जिसके बारे अधिकतर यूजर्स को जानकारी नहीं होती है। लेकिन ये यूजर्स के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। इसके जरिये हैकर्स आपके डिवाइस को हैक कर सकते हैं और आपकी किसी भी संवेदनशील जानकारी को चुरा सकते हैं। यहां तक कि बैंक से संबधी भी आपके साथ धोखाधड़ी कर सकते हैं। आइए इसके बारे में जानते हैं।
जितनी तेजी से तकनीक का विस्तार हो रहा है। उतनी ही तेजी से ऑनलाइन हो रहे स्कैम की संख्या भी बढ़ रही है। ठगी करने के लिए हैकर्स नए-नए तरीके खोज लेते हैं। इन दिनों Bluebugging खूब चर्चा में है।
इससे हैकर्स मिनटों में ही आपके डिवाइस के एक्सेस ले सकते हैं। जो लोग हमेशा ब्लूटूथ ऑन रखते हैं, उनके लिए ये नुकसानदायक साबित हो सकता है। यहां बताने वाले हैं कि ब्लूबगिंग क्या होती है और इस बचने के तरीके क्या हैं।
क्या है Bluebugging?
Bluebugging एक ऐसा टर्म है जिसके बारे अधिकतर यूजर्स को जानकारी नहीं होती है। लेकिन ये यूजर्स के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। इसके जरिये हैकर्स आपके डिवाइस को हैक कर सकते हैं और आपकी किसी भी संवेदनशील जानकारी को चुरा सकते हैं। यहां तक कि बैंकिग से संबधी भी आपके साथ धोखाधड़ी कर सकते हैं।
आसान भाषा में समझें ये ब्लूबगिंग एक ऐसा तरीका है जिसमें हैकर्स आपके ब्लूटूथ के सहारा लेकर आपके फोन को हैक कर लेते हैं और उसमें मैलवेयर इंस्टॉल कर देते हैं।
सतर्क रहने की जरूरत
इस तकनीक के कारण आपका डिवाइस हैक हो सकता है। हैकर्स उन यूजर्स को निशाना बनाते हैं जो हमेशा अपना ब्लूटूथ ऑन रखते हैं। खासतौर से पब्लिक प्लेस, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन जैसी सार्वजनिक स्थानों पर ये लोगों को निशाना बनाते हैं।
भूलकर भी न करें ये मिस्टेक
- Bluebugging से बचाव करने के लिए आपको कुछ मिस्टेक भूलकर भी नहीं करनी चाहिए।
- अपने ब्लूटूथ का पासवर्ड स्ट्रॉन्ग रखें, अधिकतर यूजर्स 1234 या फिर कोई साधारण सा पासवर्ड रखते हैं जिसे हैक करना आसान होता है।