भोगाली बिहु के उपलक्ष में अनुष्टित होने वाले परम्परागत भैंसा यद्ध को निति नियमों के बिच अनुष्टित करने को लेकर राज्य सरकार द्वारा हरी झंडी मिलने पर गत 9वर्षों के पस्चात रोहा समीपवर्ती तथा साहित्यरथी लक्ष्मीनाथ बेजवरूबा जन्मस्थान आँहतगुडी स्थित साहित्यरथी लक्ष्मीनाथ बेजवरूबा समन्वय क्षेत्र में आहँतगुडी आंचलिक भैंसायुद्ध व भोगाली उत्सव उद्जापन समिति के तत्वावधान में गत 15जनवरी से दो दिवसीय कार्यक्रम के साथ अनुष्टित उत्सव के आज द्वितीय दिन अनुष्टित 52वें भैंसायुद्ध में राज्य के मुख्यमंत्री डां हिमंत विश्व शर्मा पत्नी रीनिकी भुंया शर्मा के साथ मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रह भैंसायुद्ध का लुफ्त उठाने के साथ ही सम्बोधित करते हुवे कहा की आज मैं आहँतगुडी में अनुष्टित परम्परागत भैंसा युद्ध मैं उपस्थित रह आनंदित होने की बात कहते हुवे भैंसा युद्ध के एतिज्य पर प्रकाश डाला।

     मुख्यमंत्री डां हिमंत विश्व शर्मा के साथ राज्य सभा सांसद पवित्र मार्घेरिटा,मरिगांव के विधायक रमाकांत देवरी,नगांव सदर समष्टि के विधायक रुपक शर्मा, बढमपुर समष्टि के विधायक जितु गोस्वामी, रोहा समष्टि के विधायक शशिकांत दास, मरिगांव जिला आयुक्त देवाशिष शर्मा, विशिष्ट अभिनेत्री आईमी वरुबा सहित आहँतगुडी आंचलिक भैंसा युद्ध व भोगाली उत्सव उद्जापन समिति के अध्यक्ष नाथुराम हाजरीका सहित प्रतिनिधि और हजारों दर्शक उपस्थित थे।

भैंसा युद्ध में मरिगांव,नगांव जिले के विभिन्न प्रांतों के ग्वालों और मालिकों द्वारा लाये गये 21जौडे भैंसों ने युद्ध किया।

      मालोम हो की दो दिवसीय उत्सव का शुभारंभ 15जनवरी को अध्यक्ष नाथुराम हाजरीका ने द्वीप प्रज्वलन और झंडारोहण कर करने के साथ ही चित्रांकन और महिला,युवतीयों के बिच माघी सुंदरी प्रतिस्पर्धा अनुष्टित होने के साथ ही रात्री में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुवा।