नई दिल्ली। भारतीय ज्ञान परंपरा और वेदों से अब सिर्फ देश की नई पीढ़ी को ही जोड़ने की पहल नहीं होगी, बल्कि इससे सांसदों को भी जोड़ा जाएगा। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की पहल पर शिक्षा मंत्रालय जल्द ही राज्यसभा और लोकसभा के सभी सांसदों को वेदों की प्रतियां देने की तैयारी में है।

माना जा रहा है कि चार दिसंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में सभी को वेदों की यह प्रतियां भेंट कर दी जाएगी। इस दौरान सांसदों को पिछले दस सालों में संस्कृत, हिंदी सहित दूसरी सभी भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने और नई पीढ़ी को वेदों से जोड़ने के लिए उठाए गए कदमों से भी एक ब्यौरा दिया जाएगा।

सभापति ने शिक्षा मंत्री से किया था अनुरोध

शिक्षा मंत्रालय ने यह पहल तब की है, जब संसद के पिछले सत्र के दौरान संस्कृत व वेद विद्यालयों से जुड़े सवालों का जवाब देने के दौरान राज्यसभा के सभापति धनखड़ ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से सदन के प्रत्येक सदस्यों को वेदों की एक-एक प्रति मुहैया कराने का अनुरोध किया था। इसके बाद प्रधान ने उन्हें यह सदन में ही इस बात का भरोसा दिलाया था कि वह जल्द राज्यसभा ही नहीं, बल्कि दोनों सदनों के सभी सदस्यों को वेदों की प्रतियां मुहैया करा देंगे।शिक्षा मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, सांसदों को वेद की प्रतियां मुहैया कराने की तैयारी तेजी से चल रही है। माना जा रहा है कि वेद की प्रतियां मिलने के बाद सांसदों में इसके पढ़ने के लिए भी रुझान बढ़ेगा। ऐसे में वह भारतीय ज्ञान और शास्त्रों से ज्यादा से ज्यादा परिचित हो जाएंगे।