यूक्रेन नए नए तरीके और प्लान के साथ रूस पर हमले की योजना बना रहा है। इसके लिए वह भारी भरकम राशि भी खर्च करेगा। इसके साथ ही यूक्रेन अत्याधुनिक ड्रोन आर्मी तैयार कर रहा है। इसके बाद से जंग और भीषण हो सकती है।
Russia Ukraine War News: रूस और यूक्रेन की जंग को 19 महीने होने को आ गए हैं,लेकिन ये जंग है की रुक ही नहीं रही। बल्कि यह जंग अब नया स्वरूप ले रही है। पहले इस जंग में रूस एकतरफा वार यूक्रेन पर कर रहा था। पूरी ताकत से हमले करके यूक्रेन के कई इलाकों पर कब्जा कर लिया और यूक्रेन को तबाह कर दिया था। अब यूक्रेन हाल के समय में रूस पर पलटवार कर रहा है। न सिर्फ पलटवार अब तो यूक्रेन नए नए तरीके और प्लान के साथ रूस पर हमले कर रहा है। हाल के समय में यूक्रेन ने रूस पर कई ड्रोन अटैक किए हैं। अब यूक्रेन ड्रोन की एक अत्याधुनिक आर्मी तैयार कर रहा है। इससे जंग कम होने की बजाय आने वाले समय में और भीषण रूप ले सकती है।
यूक्रेन एक अरब डॉलर की राशि खर्च करके बनाएगा ड्रोन आर्मी
यूक्रेन ड्रोन की एक आधुनिक सेना तैयार कर रहा है। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को 19 महीने होने को आए हैं और अब यूक्रेन सरकार अपनी ड्रोन युद्धक क्षमता बढ़ाने के लिए एक अरब डॉलर से अधिक खर्च करने की योजना बना रही है। लड़ाई के दौरान ड्रोन का इस्तेमाल कई मायनों में बेहतर साबित होता है। चाहे खुफिया जानकारी लेने के लिए हो या बम गिराने के लिए, ड्रोन किफायती हैं और सैनिकों की जान बचाने वाले साबित हुए हैं|
पारंपरिक युद्ध की तुलना में ड्रोन ज्यादा असरदार
इसके अलावा ड्रोन पारंपरिक गोला बारूद की तुलना में अधिक सटीक हैं । साथ ही इसका प्रभाव बेहद ज्यादा है मसलन युद्ध क्षेत्र की वास्तविक जानकारी,टैंक और पोतों को तबाह करने और रूस को रोकने में ये कारगर साबित हुए हैं। यूक्रेन के डिजिटल ट्रांस्फॉर्मेशन मंत्री मिखाइलो फेडरोव का कहना है कि सरकार अत्याधुनिक ‘ड्रोन की सेना’ तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसका महत्व इस साल के अंत तक स्पष्ट हो जाएगा।
10 हजार से ज्यादा ड्रोन पायलटों को दी ट्रेनिंग
उन्होंने कहा कि इस साल 10 हजार से अधिक नए ड्रोन पायलट प्रशिक्षित किए जा चुके हैं। फेडरोव ने कहा,‘जल्द ही युद्ध का एक नया चरण शुरु होगा।’ दूसरी ओर रूसी सेना भी ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ाने पर विचार कर रही है। 2021 में यूक्रेन पर आक्रमण से पहले ही रूस ने तेजी से ड्रोन निर्माण शुरू किया था, लेकिन अधिकारियों का मानना है कि यह पर्याप्त नहीं है। यूक्रेन भी तेजी से इस दिशा में आगे बढ़ रहा है।