इंडियन एयरफोर्स के बेडे़ में जल्द 12 नए स्वदेशी लड़ाकू विमान शामिल होंगे। रक्षा मंत्रालय ने इसकी मंजूरी दे दी है। एक रक्षा अधिकारी ने कहा कि ये भारतीय वायुसेना के सबसे आधुनिक Su-30 MKI विमान होंगे जो कई भारतीय हथियारों और सेंसर से लैस होंगे।
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
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नई दिल्ली: इंडियन आर्मी के लिए रक्षा मंत्रालय ने आज स्वदेशी एयरक्राफ्ट खरीदने की मंजूरी दे दी हैं। जो देश में बनकर तैयार होगी। एएनआई के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय ने आज भारतीय वायु सेना के लिए 12 Su-30MKI की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जिसका निर्माण भारत में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। इस बात की जानकारी एक डिफेंस अधिकारी ने दी हैं। जानकारी के मुताबिक, मंत्रालय ने इस प्रोजेक्ट के लिए 11,000 करोड़ रुपये की मंजूर किए हैं।
इस प्रोजेक्ट में विमान और संबंधित ग्राउंड सिस्टम शामिल होंगे। विमान में आवश्यकता के अनुसार 60 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री शामिल होगी। बता दें कि ये भारतीय वायु सेना के सबसे आधुनिक Su-30 MKI विमान होंगे, जो कई भारतीय हथियारों और सेंसर से लैस होंगे।
डीएसी ने 45,000 करोड़ रुपये किए मंजूर
बता दें कि हाल ही में 15 सितंबर को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। बैठक में डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (डीएसी) ने लगभग 45,000 करोड़ रुपये के 9 पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों के लिए आवश्यकता की स्वीकृति (एओएन) दी है। मंत्रालय ने कहा कि ये सभी खरीदारी इंडियन वेंडर से खरीदें (भारतीय-स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित (आईडीएमएम)/खरीदें (भारतीय) श्रेणी के तहत खरीदी जाएंगी, जिससे भारतीय डिफेंस इंडस्ट्री को 'आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में बढ़ावा मिलेगा।
नेवी समेत कई रक्षा सौदों को भी मंजूरी
मंत्रालय ने आगे कहा कि डीएसी ने इंडियन नेवी के लिए अगली पीढ़ी के सर्वे जहाजों की खरीद को भी मंजूरी दे दी है, जिससे हाइड्रोग्राफिक संचालन करने में इसकी क्षमताओं में काफी वृद्धि होगी। वहीं, डीएसी ने इंडियन एयरफोर्स के प्रस्तावों के लिए एओएन को भी मंजूरी दे दी जिसमें संचालन के लिए सटीकता और विश्वसनीयता में सुधार के लिए डोर्नियर विमान का एवियोनिक अपग्रेडेशन शामिल था। बता दें कि DAC द्वारा स्वदेशी रूप से निर्मित ALH Mk-IV हेलीकॉप्टरों के लिए एक शक्तिशाली स्वदेशी सटीक निर्देशित हथियार के रूप में ध्रुवस्त्र शॉर्ट रेंज एयर-टू-सरफेस मिसाइल की खरीद को मंजूरी दे दी गई है।