भारत ने बुधवार शाम को इतिहास रच दिया जब चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरा। इस लैंडिंग के साथ, भारत विशेष क्लब में शामिल हो गया और संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन के बाद चंद्र सतह को छूने वाला चौथा देश बन गया।

Google ने भी इस एतिहासिक पल को दर्ज करने के लिए डुडल बनाया और भारत के साथ साथ इसरो के काम की सराहना की है।

गूगल ने अपने पेज पर कहा है कि आज का डूडल चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहली बार उतरने का जश्न है। बता दें कि इस मिशन की कामयाबी के साथ भारत दक्षिणी ध्रुव पर जाने वाला पहला देश बन गया है।

कब शुरू हुआ था सफर

चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान 14 जुलाई, 2023 को भारत के आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा रेंज में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया।यह कल यानी 23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र के पास सफलतापूर्वक उतरा।

भारत ने रचा इतिहास

गूगल का कहना है कि चंद्रमा पर उतरना कोई आसान उपलब्धि नहीं है। इससे पहले, केवल संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ ने चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग पूरी की है,लेकिन अब से पहले कोई भी देश दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में नहीं पहुंच पाया है। मगर भारत ने इस चुनौती को पार कर लिया।रिसर्चर्स के लिए रुचि का विषय दक्षिणी ध्रुव

चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव अंतरिक्ष खोजकर्ताओं के लिए अत्यधिक रुचि का क्षेत्र रहा है, क्योंकि उन्हें स्थायी रूप से छाया वाले गड्ढों के अंदर स्थित बर्फ के भंडार के अस्तित्व पर संदेह था।

चंद्रयान-3 ने अब इस भविष्यवाणी के सच होने की पुष्टि कर दी है! यह बर्फ भविष्य के अंतरिक्ष यात्रियों के लिए हवा, पानी और यहां तक कि हाइड्रोजन रॉकेट ईंधन जैसे महत्वपूर्ण संसाधनों की क्षमता देती है।