नई दिल्ली। संसद में जारी गतिरोध के बीच मणिपुर हिंसा का जायजा लेकर लौटे विपक्षी आईएनडीआईए गठबंधन के 21 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात करेगा।
राष्ट्रपति से आज होगी मुलाकात
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में राष्ट्रपति से मिलने जाने वाले इस प्रतिनिधिमंडल में संसद के दोनों सदनों के विपक्षी खेमे के सभी दल के नेता भी शामिल होंगे। विपक्षी नेता मणिपुर में हिंसा रोकने में केंद्र और राज्य सरकार की विफलताओं का मुद्दा उठाते हुए राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग भी करेंगे।
इस दौरान मणिपुर की मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की भाजपा सरकार को बर्खास्त करने की मांग भी विपक्ष की ओर से किया जाएगा। मणिपुर हिंसा की जमीनी स्थिति का आकलन करने गए आइएनडीआइए के सांसदों का प्रतिनिधिमंडल 29-30 जुलाई को लौटा है।
अगले सप्ताह अविश्वास प्रस्ताव पर होगी चर्चा
अगले सप्ताह अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी और इसलिए विपक्ष ने इस दौरान मणिपुर मुद्दे की सियासी तपिश कायम रखने के लिए राष्ट्रपति से मुलाकात करने का फैसला किया। बुधवार को सुबह मुलाकात होगी।
कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि 29 और 30 जुलाई को मणिपुर का दौरा करने वाले आईएनडीआईए की पार्टियों के 21 सांसद दो अगस्त को सुबह राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। इस दौरान आईएनडीआईए की सभी पार्टियों के सदन के नेता भी उनके साथ होंगे।
राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा ज्ञापन
लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में विपक्षी सांसदों का दल मणिपुर गया था। समझा जाता है कि विपक्षी नेता प्रतिनिधिमंडल के दौरे के आधार पर तैयार की गई अपनी एक रिपोर्ट सौंपने के साथ मणिपुर में हालात सामान्य करने के लिए कुछ ठोस कदम उठाने के सुझाव भी राष्ट्रपति को सौंपेंगे।
आईएनडीआईए की ओर से राष्ट्रपति को मणिपुर पर एक ज्ञापन भी सौंपा जाएगा, जिसमें राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग भी शामिल रहेगा।