ओला ने इस महीने की शुरुआत में गूगल मैप की बजाय खुद का मैप इस्तेमाल करने का फैसला किया था। वर्तमान में कंपनी नेविगेशन के लिए खुद का ही मैप का यूज कर रही है। लेकिन अब कंपनी मुश्किलों में फंस गई है। क्योंकि मैपमाईइंडिया की मूल कंपनी सीई इंफो सिस्टम्स ने ओला पर उसका डेटा चोरी करने आरोप लगाया है। साथ ही एक नोटिस भी भेजा है।

जुलाई की शुरुआत में ओला ने नेविगेशन के लिए गूगल मैप का साथ छोड़कर खुद का मैप इस्तेमाल करने का फैसला किया था। ओला के फाउंडर भाविश अग्रवाल ने उस वक्त कहा था कि खुद का मैप अपनाने से उसके सालाना 100 करोड़ रुपये बचेंगे। ओला के खुद के मैप को आए एक महीना भी ढंग से नहीं बीता है और अब कंपनी मुश्किलों में फंस गई है। दरअसल, मैपमाईइंडिया की मूल कंपनी सीई इंफो सिस्टम्स ने ओला को कानूनी नोटिस भेजा है।

मुश्किलों में फंसी ओला इलेक्ट्रिक

मौजूदा वक्त में ओला कैब्स के लिए खुद के ही नेविगेशन ऐप का इस्तेमाल कर रही कंपनी को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मैपमाईइंडिया की मूल कंपनी सीई इंफो सिस्टम्स ने ओला पर उसका डेटा चोरी करने आरोप लगाया है। साथ ही एक लीगल नोटिस भी भेजा है। इंफो सिस्टम्स के मुताबिक, ओला ने अपनी खुद की मैपिंग सर्विस, ओला मैप्स को तैयार करने के लिए उसके डेटा का बिना बताए इस्तेमाल किया है।मैपमाईइंडिया के नोटिस में आरोप लगाया गया है कि ओला इलेक्ट्रिक ने 2021 के लाइसेंस समझौते का उल्लंघन किया है। दिल्ली स्थित फर्म ने ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ सिविल और आपराधिक दोनों तरह की कानूनी कार्रवाई करने का संकेत दिया है।

खुद का मैप बचाएगा ओला के 100 करोड़

ओला इलेक्ट्रिक ने 2022 में अपने S1 प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटर के लिए मैपमाईइंडिया की नेविगेशन सर्विसेज को शामिल किया था। हाल ही में ओला ने अपनी खुद की मैपिंग सेवा, ओला मैप्स लॉन्च की और अपने संचालन को Google मैप्स से इस इन-हाउस सेवा में बदल दिया। ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ भाविश अग्रवाल के अनुसार, इस कदम से कंपनी को सालाना 100 करोड़ रुपये की बचत होने का अनुमान है।