Eye Flu: मध्य प्रदेश के कई जिलों में बढ़ा कंजक्टिवाइटिस का खतरा, हजारों की संख्या में आए मरीज.
मध्य प्रदेश के कई जिलों फ्लू का खतरा बढ़ रहा है. दमोह, सागर, टीकमगढ़, जबलपुर से कई मारीज सामने आए हैं. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है. बीते एक हफ्ते से फैली इस आई फ्लू बीमारी के बाद सबसे ज्यादा स्कूली बच्चे प्रभावित हैं.
शहरी इलाकों में फैले इस वायरल डिसीज का असर अब ग्रामीण क्षेत्रो में भी देखने को मिला है. ऐसा बारिश के मौसम में बैक्टीरियल इनफेक्शन के कारण हो रहा है. इसे लेकर डॉक्टरों ने सतर्क रहने की सलाह दी है.
हजारों की संख्या में मरीज
दमोह जिले की बात करें तो यहां आई फ्लू का असर सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है. जिले की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सरोजनी जेम्स ने जानकारी देते हुए बताया है कि सभी ब्लाक मेडिकल आफीसर्स ने जो जानकारी दी है. उसके मुताबिक हर ब्लाक में आई फ्लू फैला हुआ है. सरकारी दवाखानों में मरीजो का आंकड़ा डेढ़ हजार को पार कर चुका है. जबकि अधिकांश मरीज प्रायवेट डॉक्टर्स से इलाज करा रहे हैं.
प्रशासन कर रहा उपाय
आई फ्लू की रोकथाम और इलाज के लिए स्पेशल सेल बनाई गई है. वहीं सभी ब्लाकों में दवाइयां भी भेजी गई है. अचानक आई इस बीमारी को लेकर दवाइयों के लिए स्वास्थ्य विभाग और मंत्रालय से भी दवाईयो की डिमांड की गई है. सभी जिलों के सीएमओ ने आई डिपार्टमेंट के लोगों को खास तौर पर तैयार रहने के लिए कहा है.
बच्चों को कर रहा ज्यादा प्रभावित
आपको बता दें कि तेजी से फैल रही आई फ्लू की बीमारी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने दो दिन पहले एडवाइजरी जारी की थी. चूंकि स्कूली बच्चे इस फ्लू से ज्यादा प्रभावित हैं लिहाजा डॉक्टर्स ने अपील की है कि लोग आई फ्लू पीड़ित बच्चों को स्कूल न भेजें. वही लोग अपने बच्चों को आई फ्लू से बचने के तरीकों को भी बताएं.
क्या है आई फ्लू और कैसे करें बचाव?
आई फ्लू या कंजक्टिवाइटिस तेजी से फैलने वाला वायरस डिसीज है. डॉक्टरों के मुताबिक प्रभावित मरीज के मामूली संपर्क में आने के बाद ही ये बीमारी दूसरे व्यक्ति को अपनी गिरफ्त में ले लेती है. इससे बचाव के लिए काला चश्मा पहनना, टीवी-मोबाइल से दूरी, साफसफाई और आखों के हाईजीन का का खयाल रखना है. लोगों को चाहिए की वो बारिश से बचें और आंख नें खुजली होने पर उसे साफ पानी से धोएं. साबुन के उपयोग से बचें और समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह लें.