नई दिल्ली,  मणिपुर हिंसा के दौरान एक समुदाय की दो महिलाओं को नग्न घुमाने के मामले में अब राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्लू) की प्रतिक्रिया सामने आई है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने शुक्रवार को मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि वो हिंसा की घटनाओं को लेकर तीन बार अधिकारियों के पास पहुंचीं, लेकिन अधिकारियों ने उनकी शिकायत पर कोई संज्ञान नहीं लिया।

सोशल मीडिया पर घटना की वीडियो वायरल होने के बाद आयोग की तरफ से दावा किया गया था कि उनके पास शिकायत आई थी, और आयोग ने मामले की पड़ताल करने के लिए राज्य के अधिकारियों से संपर्क किया था। लेकिन राज्य के अधिकारियों ने आयोग की शिकायत पर कोई संज्ञान नहीं लिया। आयोग की तरफ से दावा किया गया था कि 12 जून को उन्हें दो महिलाओं को नग्न घुमाने की जानकारी मिली थी। शिकायत में कहा गया था कि 4 मई को मणिपुर में हुई जातीय हिंसा के दौरान दो महिलाओं को नग्न घुमाया गया था। इसके बाद 4 मई का वीडियो 19 जुलाई को ऑनलाइन सामने आया।

अधिकारियों ने शिकायत पर संज्ञान नहीं लिया

शर्मा ने घटना की कोई भी रिपोर्ट मिलने से इनकार किया और कहा कि वीडियो सामने आने के बाद उन्होंने शुक्रवार को इसका स्वत: संज्ञान लिया और अधिकारियों से मामले पर स्पष्टीकरण मांगा। हालांकि, एनसीडब्लू प्रमुख ने कहा कि मणिपुर में उन्हें महिलाओं के मुद्दों के संबंध में अन्य शिकायतें मिली हैं और इसके लिए वह मणिपुर में अधिकारियों के पास तीन बार पहुंची थीं, लेकिन अधिकारियों से उन्हें कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। उन्होंने राज्य में अधिकारियों को भेजे गए पत्र भी साझा किए।

तीन बार अधिकारियों को भेजे गए थे पत्र

शर्मा ने अधिकारियों को भेजे गए पत्र में लिखा था, "हमें महिलाओं के संबंध में जो शिकायतें मिलीं हैं, उसकी प्रामाणिकता को सत्यापित करना था। हम पुष्टि करना चाहते हैं कि ये मामले मणिपुर या भारत के किसी हिस्से की तो नहीं है?" ये पत्र 18 मई, 29 मई और 19 जून को लिखे गए थे।