मुंबई, बेंगलुरु में संपन्न दो दिवसीय विपक्षी बैठक में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) पार्टी को आमंत्रित नहीं करने पर पार्टी नेता वारिस पठान ने हमला किया है। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्ष पार्टियां उनके साथ 'राजनीतिक अछूत' जैसा व्यवहार कर रहे हैं। एआईएमआईएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने यह भी सवाल किया कि कोई असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को कैसे नजरअंदाज कर सकता है?
'हम उनके लिए राजनीतिक अछूत हैं'
वारिस पठान ने कहा, 'तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों ने हमें नहीं बुलाया, हम उनके लिए राजनीतिक अछूत हैं। नीतीश कुमार, उद्धव ठाकरे और महबूबा मुफ्ती समेत ऐसे कई नेता हैं जो कभी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में थे। हमने गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल को कांग्रेस को गाली देते देखा, लेकिन वह भी बेंगलुरु में बैठे हैं। यहां तक कि हम (एआईएमआईएम) 2024 में बीजेपी को हराने के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन विपक्षी दल असदुद्दीन औवेसी और हमारी पार्टी को नजरअंदाज कर रहे हैं।'
'INDIA' नाम का हुआ घटन
बता दें, विपक्षियों की दो दिवसीय संयुक्त बैठक मंगलवार को समाप्त हो गई है। मंगलवार को बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'पहले हम यूपीए थे और अब सभी 26 पार्टियों ने विपक्ष को एक नाम दिया है और वह है- भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस 'INDIA')। इस पर सहमति बनी और नाम का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हो गया है।'