पन्ना।
सभी विभागों में कार्यरत आउटसोर्स अस्थाई एवं ठेका कर्मचारियों की मांगों के निराकरण एवं प्रदेश स्तरीय सम्मेलन बुलाना सौंपा ज्ञापन।
कलेक्ट्रेट कार्यालय में मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन।
एंकर
कलेक्ट्रेट कार्यालय में आज सभी विभागों में कार्यरत आउटसोर्स आस्थाई एवं ठेका कर्मचारियों की मांगों के निराकरण एवं प्रदेश स्तरीय सम्मेलन बुलाने के संबंध में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
बीओ
दिए गए आवेदन में उल्लेख किया गया है कि समस्त विभागों में कार्यरत लाखों आउटसोर्स आस्थाई एवं ठेका कर्मचारी अब तक के सबसे बड़े अन्याय के शिकार हैं जिन्हें ना तो न्यूनतम वेतन मिलता है ना ही पीएफ जमा होता है कभी भी नौकरी से निकालने का संकट बना रहता है आउटसोर्स एजेंसियों की मनमानी पीएफ जमाना करना शासन के निर्देशों की अवहेलना करना इनके लिए आम बात है लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगों की ओर विभाग को ध्यान दिलाए जाने की सजा नौकरी से निकाल दिए जाने के रूप में मिलती है एमपीईबी के 1100 कर्मचारियों को आंदोलन करने पर निकाला गया है उन्हें वापस नहीं लिया गया उन्होंने मांग की है कि आउटसोर्स अस्थाई ठेका कर्मचारियों का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन बुलाकर उनकी मांगों का निराकरण किया जाए नौकरियों में आउटसोर्स कल्चर समाप्त कर कार्यरत कर्मियों का विभाग में संविलियन किया जाए नौकरियों में जन स्वास्थ्य रक्षक गौ सेवक संविदा प्रेरक सर्वेक्षण सहायक एवं निकाले गए कर्मियों की सेवा बहाली की जाए मांगे पूरी ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई।