हैदराबाद , हैदराबाद के संतोष नगर में केवी रंगा रेड्डी कॉलेज में शनिवार को उर्दू माध्यम की डिग्री परीक्षा देने वाली कुछ छात्राओं को कथित तौर पर परीक्षा देने से पहले अपना बुर्का उतारने के लिए कहा गया था।
तेलंगाना के गृह मंत्री महमूद अली ने घटना की निंदा की और आश्वासन दिया कि अपराधियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, उन्होंने महिलाओं को छोटे कपड़े पहनने से आगाह किया।
कहीं नहीं लिखा है कि बुर्का नहीं पहन सकते- मंत्री महमूद अली
महमूद अली ने कहा कि हो सकता है कि कोई हेडमास्टर या प्रधानाध्यापक ऐसा कर रहे हों, लेकिन हमारी नीति पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष है। लोग जो चाहें पहन सकते हैं। उन्होंने कहा कि कहीं नहीं लिखा है कि बुर्का नहीं पहना जा सकता। हम कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने कहा कि अगर आप यूरोपियन ड्रेस पहनते हैं तो यह सही नहीं होगा। हमें अच्छे कपड़े पहनने चाहिए, खासकर महिलाओं को।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए, अगर वे कम कपड़ों में हैं तो यह एक समस्या हो सकती है। लोग ज्यादा कपड़े पहनेंगे तो उन्हें शांति मिलेगी।
परीक्षा से पहले छात्रों को बुर्का उतारने को कहा गया
परीक्षा देने आई छात्राओं में से एक ने कहा कि कॉलेज के अधिकारियों ने हमें परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पहले बुर्का उतारने के लिए मजबूर किया। उन्होंने हमें बाहर बुर्का पहनने को कहा।
उन्होंने दावा किया कि केवी रंगा रेड्डी कॉलेज में परीक्षा देने वाली कुछ छात्राओं ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रबंधन ने उन्हें बुर्का पहनकर आने से रोका है। परीक्षा केंद्र पर कॉलेज स्टाफ ने उनसे बुर्का उतारने को कहा।
छात्राओं का आगे आरोप है कि इसी असमंजस में उन्हें करीब आधे घंटे तक परीक्षा में बैठने से रोका गया।
वहीं, कुछ छात्राएं बुर्का उतार कर परीक्षा केंद्र पर चली गईं। इस घटना के बाद छात्राओं के अभिभावकों ने गृह मंत्री महमूद अली से इस मामले की शिकायत की।