36 वर्षों में मई सबसे ठंडा रहने के बाद गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में जून माह की शुरुआत भी कम तापमान से हुई। दिन अपेक्षाकृत ठंडा रहा और बादल छाए रहे। हिमाचल प्रदेश में लगातार तीन दिन वर्षा होने के कारण जून में लोग गर्म कपड़े पहनने को विवश हो गए। मंडी में अधिकतम तापमान सामान्य से 13.4 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया
रोहतांग सहित ऊंची चोटियों पर हिमपात हुआ, जबकि कुछ क्षेत्रों में वर्षा हुई। मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार से वर्षा का दौर खत्म हो जाएगा। फिर तापमान और गर्मी दोनों में ही तेजी से वृद्धि होगी।
दिल्ली में शुक्रवार को 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने तथा कहीं कहीं हल्की वर्षा भी होने की संभावना है। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 35 और 22 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
बिहार में पटना सहित ज्यादातर जिले गुरुवार को भीषण गर्मी की चपेट में रहे। लू (हीट वेव) से आम लोगों के साथ पशु-पक्षी भी बेहाल हैं। गुरुवार को राजस्थान के जैसलमेर से भी अधिक गर्म पटना शहर रहा। यहां का अधिकतम तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि जैसलमेर का अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में ठंड पीछा नहीं छोड़ रही है। गुरुवार को कश्मीर का औसत तापमान सामान्य से आठ डिग्री कम रहा है। जम्मू के मैदानी इलाकों में कहीं रुक-रुक कर तो कहीं मूसलधार वर्षा जारी रही।
मौसम विज्ञानी इसे ला नीना का असर बता रहे हैं। बीते 48 वर्षों के दौरान अगर मई की तुलना इस वर्ष मई के मौसम से करें तो यह सबसे ठंडा है। वर्षा भी ज्यादा हुई है। कश्मीर में अभी भी लोग जैकेट और फिरन पहने घूम रहे हैं, घरों में हीटर चलाए जा रहे हैं