आईपीएल 2023 के खत्म होने के बाद भारतीय टीम इंग्लैंड में आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप (WTC Final 2023) का फाइनल खेलने के लिए रवाना होगी। इसके बाद अक्टूबर-नवंबर में भारत में होने वाले वनडे विश्व कप (ODI World Cup 2023) की तैयरियों में जुट जाएगी

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महावीर कुल्फी सेन्टर - बूंदी

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ऐसे में WTC फाइनल और वनडे विश्व कप से जुड़ी तैयारियों और भारतीय क्रिकेट के भविष्य को लेकर जागरण ऑनलाइन मीडिया के खेल संवाददाता उमेश कुमार ने मौजूदा आईपीएल 2023 में स्टार स्पोर्ट्स तेलुगु के लिए विशेषज्ञ की भूमिका निभा रहे एमएसके प्रसाद (MSK Prasad) से खास बातचीत की। बता दें कि एमएसके प्रसाद, BCCI चीफ सेलेक्टर भी रह चुके हैं।

वनडे विश्व कप में भारतीय टीम की क्‍या योजना होगी? अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का संतुलन कैसा होगा?

-ये अभी कहना थोड़ा मुश्किल है। कोहली और रोहित के पास अनुभव ज्यादा है। रोहित वाइट बॉल क्रिकेट के कप्तान हैं। सूर्यकुमार भी बेहतर कर रहे हैं तो मेरे ख्याल से अनुभवी खिलाड़ियों के साथ ही आगे बढ़ना चाहिए। क्योंकि समय बहुत कम रह गया है और युवा खिलाड़ियों को निखारा जाना अभी बाकी है।

WTC फाइनल के लिए बेस्ट प्लेइंग इलेवन क्या हो सकती है?

-बहुत मुश्किल है अभी कुछ भी कहना, क्योंकि इंग्लैंड की कंडीशन भारत से अलग है। पांच दिनों का कैसा मौसम है? विपक्षी टीम की क्या रणनीति है। उसके साथ-साथ पिच कैसा है। टर्न मिल रहा है कि नहीं। नहीं मिल रहा तो 4 फास्ट बॉलर 1 स्पिनर के साथ जाएंगे। अगर टर्न मिल रहा है तो 3 स्पिनर और 1 ऑलराउंडर के साथ जाएंगे। परिस्थिति के हिसाब से प्लेइंग इलेवन तय होगी।

WTC फाइनल में ईशान किशन डेब्यू कर सकते हैं या केएस भरत को लेकर ही टीम इंडिया आगे बढ़ेगी?

-टेस्ट क्रिकेट में विकेट कीपिंग बहुत महत्वपूर्ण होती है। मुझे लगता है टीम इंडिया प्लेइंग इलेवन में केएस भरत को मौका देगी। केएस भरत पहले भी इंडिया के साथ विदेशी दौरा कर चुके हैं। 2017-18 में विदेशी दौरे के लिए ऋषभ पंत के साथ वह टीम का हिस्सा थे। केएस भरत के पास क्षमता है। वह बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाज हैं।

WTC फाइनल के लिए कप्तान रोहित शर्मा की गेंदबाजी और बल्लेबाजी को लेकर स्ट्रेटजी क्या हो सकती है?

-जनरली जब टीम बाहर जाती है तो पांच बल्लेबाज, पांच गेंदबाज और एक विकेटकीपर के साथ उतरते हैं, लेकिन फाइनल के लिए इंग्लैंड की कंडीशन पर डिपेंड करेगा। टीम दो फॉस्ट बालर, एक ऑलराउंडर और दो स्पिनर के साथ उतर सकती है। भारत की बल्लेबाजी में गहराई है। रोहित, कोहली, गिल और चेतेश्वर पुजारा बेहतरीन फॉर्म में हैं। अजिंक्य रहाणे के आने से टीम को मजबूती मिली है। रहाणे का विदेश में शानदार रिकॉर्ड रहा है। श्रेयस अय्यर और सूर्यकुमार का भी भविष्य उज्ज्वल है।

भविष्य में जडेजा और अश्विन के उत्तराधिकारी कौन हो सकते हैं?

-अभी तो कोई भी नहीं, क्योंकि दोनों टेस्ट क्रिकेट में बेहतर कर रहे हैं। जडेजा ऑलराउंडर की भूमिका निभा रहे हैं। अश्विन टेस्ट में नंबर वन गेंदबाज हैं तो अभी इनको रिप्लेश करने वाले स्पिनर नहीं नजर आ रहे हैं। हम फास्ट बॉलर ऑलराउंडर की तलाश कर रहें हैं पर फिलहाल इनको हटाने के बारे में सोचा भी नहीं सकते।

क्या अक्षर पटेल और हार्दिक पांड्या दोनों को टी20 क्रिकेट में ऑलराउंडर की भूमिका निभाते हुए देखा जा सकता है?

-क्यों नहीं, बिल्कुल। दोनों इतना बेहतर क्रिकेट खेल रहे हैं। मेरे हिसाब से सेलेक्टर्स को हार्दिक पांड्या को WTC फाइनल में लेके जाना चाहिए था। पता नहीं क्यों उनका सेलेक्शन नहीं किया गया। बीसीसीआई को हार्दिक पांड्या से बात करनी चाहिए। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में हार्दिक का खेलना बहुत जरूरी है। वह अच्छे गेंदबाज हैं अच्छे फील्डर हैं। टीम को लीड भी शानदार तरीके से कर रहे हैं तो इनको फाइनल में लेकर आना बहुत-बहुत जरूरी है।

यशस्वी जायसवाल और रिंकू जैसे धाकड़ युवा बल्लेबाजों को भारतीय टीम में डेब्यू करने का मौका कब तक मिल सकता है?

जल्दी ही, विश्व कप के बाद। रिंकू सिंह, यशस्वी जायसवाल, तिलक वर्मा, यश ठाकुर, बड़ेरा और जितेश शर्मा जैसे युवा खिलाड़ी, जो बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे, इन्हें द्विपक्षीय सीरीज का हिस्सा बनाया जाएगा। टीम इंडिया में शामिल करके इनके प्रदर्शन को निखारा जाएगा। शायद आगे चलकर ये युवा खिलाड़ी विश्व कप का हिस्सा हो सकते हैं।

क्या इंपैक्ट प्लेयर रूल आईपीएल तक ही सीमित रहेगा या फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी देखने को मिल सकता है?

-बीसीसीआई और आईपीएल गर्वनिंग बॉडी की बेहतरीन पहल है, क्योंकि इसकी वजह से इस सीजन लगभग 7 से 8 बार 200 प्लस का स्कोर बना है और समय के साथ वनडे और टी20 क्रिकेट में बदलाव होते रहेंगे। ये बहुत अच्छी सोच है, मुझे लगता है इसे आईसीसी को अडॉप्ट करना चाहिए।

सॉफ्ट सिग्नल रूल को हटाने से क्रिकेट पर कितना असर पड़ेगा?

-मेरे हिसाब से कुछ खास असर नहीं पड़ेगा। आज टेक्नोलॉजी का जमाना है। किसी भी एंगल से हम देख सकते हैं। फील्ड अंपायर के निर्णय को कई बार टीवी अंपायर को बदलते हुए देखा गया है तो इससे कोई असर नहीं पड़ने वाला है