वॉशिंगटन, भारतीय अमेरिकी और डेलॉइट के सीईओ पुनीत रेनजेन को प्रतिष्ठित सोफ्टवेयर कंपनी एसएपी ( Systems, Applications & Products in Data Processing) के सुपरवाइजरी बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया गया है। साथ ही में कंपनी का डिप्टी चैयरपर्सन भी नियुक्त किया गया है।
पुनीत को मिला 99.21% वोट
इसके साथ वह DAX40 कंपनी की अध्यक्षता करने वाले पहले गैर-जर्मन बन गए और वह भी जो मार्केट कैप में चार्ट में सबसे ऊपर है। कंपनी के वर्तमान अध्यक्ष प्रो. एच. सी. मल्ट हासो प्लैटनर के द्वारा उन्हें नियुक्त किया गया है। एसएपी ने कहा कि हास्सो प्लैटर ने रेनजेन को बोर्ड के अध्यक्ष के नामित उत्तराधिकारी के रूप में नियुक्त किया है। पुनीत रेनजेन को डिप्टी चैयरपर्सन चुने जाने में 99.21 प्रतिशत शेयरधारकों ने समर्थन दिया था।
क्या बोले हासो प्लैटनर?
एसएपी के वर्तमान अध्यक्ष हासो प्लैटनर पुनीत को नियुक्त करने के बाद कहा कि हम मानते हैं कि पुनीत रेनजेन बेहद ही अच्छे उम्मीदवार हैं, जो अपनी बेहतरीन विशेषज्ञता, एक वैश्विक कंपनी में अपने कई वर्षों के अनुभव और कई उद्योगों के अपने मूल्यवान ज्ञान के साथ SAP और हमारे सुपरवाइजरी बोर्ड के फायदे के लिए काम करेंगे और इसे आगे ले कर जाएंगे। कंपनी के सह-संस्थापक और इसके वर्तमान अध्यक्ष हैसो प्लैटनर ने कहा कि हम सभी उन्हें भविष्य में सुपरवाइजरी बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में मेरी भूमिका निभाने के लिए बेहद उपयुक्त और सक्षम उम्मीदवार मानते हैं।
पुनीत ने कंपनी के शेयरधारकों का किया आभार
2024 एजीएम के बाद उनके मौजूदा शासन के खत्म होने के बाद हैसो प्लैटनर एसएपी सुपरवाइजरी बोर्ड से हट जाएंगे इसलिए, नवीनतम एजीएम के तुरंत बाद एक बैठक में, सुपरवाइजरी बोर्ड ने पुनीत रेनजेन को अपना उपाध्यक्ष चुना है। कंपनी का डिप्टी चैयरपर्सन चुने जाने पर पुनीत ने कहा कि SAP के शेयरधारकों ने मुझ पर जो भरोसा जताया उसके लिए मैं बहुत आभारी हूं। मैं दुनिया भर के प्रतिभाशाली सहयोगियों के साथ काम करने की उम्मीद कर रहा हूं और SAP क्लाउड में एक एंटरप्राइज़ एप्लिकेशन लीडर के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए काम करूंगा।
पुनीत के नेतृत्व में डेलोइट का रेवेन्यु हुआ 59 बिलियन डॉलर से अधिक
पुनीत रेनजेन साल 2015 से डेलोइट ग्लोबल के सीईओ हैं और 31 दिसंबर के बाद ही वह इस पद से रिटायर होंगे। डेलोइट सीईओ के रूप में उन्होंने एक ऐसी रणनीति तैयार की और इस तरीके से उस रणनीति पर काम किया कि जिसके परिणामस्वरूप डेलॉइट का रेवेन्यु केवल सात वर्षों में 35 बिलियन डॉलर से बढ़कर 59 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया है।