नई दिल्ली, खाड़ी देशों में चीन के बढ़ते दबदबे की काट अमेरिका व भारत साथ-साथ खोजने की कोशिश में हैं। अक्टूबर 2021 में भारत और अमेरिका ने यूएई व इजरायल के साथ मिलकर आइ2यू2 नाम का संगठन स्थापित किया था और अब भारत, यूएई, सऊदी अरब और अमेरिका ने आपसी सुरक्षा सहयोग के विभिन्न आयामों पर बात की है। इस बारे में रविवार को अबू धाबी में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सउद की भारत के एनएसए अजीत डोभाल, अमेरिका के एनएसए जैक सुलिवन और यूएई के एनएसए शेख तहनाउन बिन जायेद अल नहयान के साथ हुई बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

बैठक में इन मुद्दों पर हुई चर्चा

बैठक में चारों देशों के बीच सुरक्षा संबंधों को मजबूत बनाने और पूरे खाड़ी क्षेत्र में शांति व स्थिरता को बढ़ावा देने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई है। यह खाड़ी क्षेत्र के देशों के साथ व्यापक सुरक्षा संबंधों पर पहली कोई ऐसी बहुराष्ट्रीय बैठक है जिसमें भारत ने हिस्सा लिया है। आइ2यू2 संगठन मुख्य तौर पर चारों सदस्य देशों के बीच आर्थिक संबंधों को लेकर है। वैसे रविवार को हुई बैठक को लेकर बहुत ही संक्षिप्त जानकारी ही सार्वजनिक की गई है, लेकिन इसकी अहमियत काफी ज्यादा बताया जाता है।

अमेरिका चाहता है कि खाड़ी क्षेत्र में भारत की भूमिका बढ़े!

हाल ही में चीन की अगुवाई में जिस तरह से सऊदी अरब और ईरान के बीच टूटे कूटनीतिक संबंध फिर से स्थापित किये गये हैं, उसको देखते हुए अमेरिकी एनएसए की अगुवाई में इस बैठक की चर्चा हो रही है। यह भी महत्वपूर्ण है कि भारत के एनएसए डोभाल पिछले हफ्ते ईरान में थे, जहां उनकी शीर्ष नेताओं से विस्तार से चर्चा हुई है। बैठक में कई वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों की उपस्थिति यह बताता है कि अमेरिका चाहता है कि खाड़ी क्षेत्र में भारत की भूमिका बढ़े।

अमेर‍िका ने प्रेस र‍िलीज जारी कर कही ये बात

इस बैठक के बाद अमेरिका की तरफ से जारी प्रेस र‍िलीज में कहा गया है कि एनएसए सुलिवन ने भारत व दुनिया से जुड़े खाड़ी क्षेत्र की सुरक्षा व संपन्ना को लेकर अपने विचार साझा किया है। जहां तक सऊदी अरब और यूएई की बात है तो इनके साथ भारत के रिश्ते पिछले एक दशक के दौरान पहले के मुकाबले और ज्यादा प्रगाढ़ हो चुके हैं। दोनों भारत के रणनीतिक साझेदार देश हैं। ये दोनों देश अमेरिका के पुराने करीबी सहयोगी हैं, लेकिन चीन के साथ भी इनके रिश्ते लगातार मजबूत हो रहे हैं।

ब्रिक्स में भी शामि‍ल होने की इच्‍छा रखता है सऊदी अरब

सऊदी अरब पहले से ही शंघाई सहयोग संगठन का वार्ता साझेदार देश है, जबकि इस साल यूएई को भी इस संगठन में यह दर्जा दे दिया गया है। सऊदी अरब ब्रिक्स में भी शामिल होने की इच्छा रखता है। ये संगठन चीन की तरफ से पोषित हैं। वैसे भारत भी इन दोनो संगठनों का अहम सदस्य है।