4K 8K HD What Does It Mean टीवी देखना का एक्सपीरियंस अच्छा हो इसके लिए डिवाइस की पिक्चर क्वालिटी बेहतर होना जरूरी है। पिक्चर क्वालिटी के लिए पिक्सल की संख्या मायने रखती है। यह आपके वॉचिंग एक्सपीरियंस के लिए कैसे काम करता है बताने जा रहे हैं।
जब भी घर के लिए एक बढ़िया टीवी खरीदने की बात आती है तो डिवाइस से जुड़ी बहुत सी बातों का ध्यान रखना जरूरी हो जाता है। मसलन सबसे पहले आपके दिमाग में यही बात आएगी कि किस प्राइस रेंज तक का डिवाइस खरीदना है।
दूसरी जरूरी बात टीवी किसी बढ़िया ब्रांड का हो। लोकल ब्रांड के ऑप्शन पर जाने से बहुत से यूजर बचते हैं...ऐसा क्यों? इसका भी जवाब क्लियर है ब्रांड मतलब डिवाइस की क्वालिटी और कस्टमर का सालों का भरोसा।
4K, 8K, HD, जैसे टर्म्स तो कहीं आप भी तो नहीं अनजान
हर दूसरा यूजर टीवी खरीदते समय यह बात जरूर दिमाग में रखता है कि टीवी की पिक्चर क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए। पिक्चर क्वालिटी के लिए ही 4K, 8K, HD, जैसे टर्म्स का इस्तेमाल होता है, लेकिन आखिर इन टर्म्स का क्या मतलब है और ये टर्म्स आपके टीवी देखने के एक्सपीरियंस से कैसे जुड़े हैं? अगर आपके दिमाग में भी इस तरह के सवाल हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए ही लिख रहे हैं। इस आर्टिकल में इन टर्म्स को लेकर ही बात करने जा रहे हैं।
पिक्सल क्या होता है
जब भी बात डिवाइस की इमेज क्वालिटी से जुड़ी होती है तो पिक्सल का भी जिक्र होता है। आसान भाषा में समझें तो पिक्सल की हजारों-लाखों संख्या से मिलकर ही एक इमेज तैयार होती है।
किसी भी इमेज को ध्यान से देखने पर इस पर छोटे-छोटे डॉट्स नजर आएंगे। हर पिक्सल में ऑरिजनल इमेज का कुछ हिस्सा होता है। असल में यही डॉट्स पिक्चर की क्वालिटी को बताते हैं।
पिक्सल ज्यादा या कम होने का क्या मतलब
जैसे किसी इमेज में अगर पिक्सल की संख्या ज्यादा है तो यह पिक्चर यूजर को ज्यादा क्लियर और शार्प नजर आएगी, वहीं दूसरी ओर जितनी कम पिक्सल की संख्या होगी, इमेज की शार्पनेस कम होगी। यही वजह है कि कुछ इमेज आपको ब्लर नजर आती हैं, इसके लिए सीधे तौर पर पिक्सल की कम संख्या ही एक बड़ी वजह होती है।
अब सवाल आता है तो पिक्सल की संख्या ज्यादा हो इसका एक सामान्य यूजर कैसे पता लगाए? यह भी बहुत मुश्किल नहीं है 4K, 8K, HD जैसे टर्म्स ही पिक्सल की संख्या को बताने में मदद करते हैं।
HD पिक्चर क्वालिटी क्या है
HD- टीवी एचडी हो तो आपका वॉचिंग एक्सपीरियंस बेहतर होगा, इसमें कोई शक नहीं, लेकिन एचडी टीवी में पिक्सल की संख्या की जानकारी कैसे ली जा सकेगी? दरअसल एचडी टर्म का ऑरिजनल स्टैंडर्ड 720p होता है। यहां P का मतलब पिक्सल से होता है।
यह एंट्री लेवल टीवी का प्राइमरी डिस्प्ले रेजोल्यूशन स्टैंडर्ड होता है। हालांकि, एक इमेज चौकोर होती है इसलिए इसमें खड़ी और पड़ी लाइनें यानी वर्टिकल और होरिजोंटल लाइन्स भी होती हैं। ऐसे में पिक्सल की संख्या वर्टिकल लाइन और होरिजोंटल लाइन में कितनी हैं, इसके लिए 16:9 रेशो काम करता है।
यह एचडी क्वालिटी के लिए 1280 x 720p स्टैंडर्ड को डिनोट करता है। यानी जब आप किसी डिवाइस में एचडी क्वालिटी में इमेज को देख रहे हैं तो इसका मतलब हुआ कि 720 पिक्सल पड़ी यानी होरिजोंटल लाइन में मिल रहे हैं और 1280 पिक्सल खड़ी यानी वर्टिकल लाइन्स में मिल रहे हैं।
UHD पिक्चर क्वालिटी क्या है
इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चर को जब हाई रेजोल्यूशन वाले प्रोडक्ट की जानकारी देनी होती है तो वह 4Kऔर 8K जैसे मार्केटिंग टर्म्स का इस्तेमाल करता है। K का मतलब 1000 से समझ सकते हैं। यूट्यूब पर वीडियो देखते हैं तो इस टर्म से अनजान नहीं होंगे। यहां अक्सर यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइबर्स, व्यूज की संख्या K से डिनोट की जाती है।
4Kऔर 8K का मतलब हुआ चार हजार और 8हजार पिक्सल। दरअसल 4K को ही अल्ट्रा एचडी कहा जाता है। यह 3840 x 2160 पिक्सल स्टैंडर्ड को डिनोट करता है। इसे 2160p भी कहा जाता है। 8K लेटेस्ट हाई रेजोल्यूशन स्टैंडर्ड है। यह स्टैंडर्ड प्रीमियम टीवी में ही देखा जाता है। 8K 7680 × 4320p को डिनोट करता है।
आपके वॉचिंग एक्सपीरियंस के लिए पिक्सल, रेजोल्यूशन जैसे टर्म्स ही काम करते हैं। यहां एक बात और बताना जरूरी है कि जैसे-जैसे आप हाई रेजोल्यूशन की ओर बढ़ते हैं तो डिवाइस की कीमत भी ऊंची होती जाती है।