हाई सिक्योरिटी वाली जेल तिहाड़ में मंगलवार सुबह गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया हत्या की खबर प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ शूटआउट की जांच से जुड़े हुए पुलिस अधिकारियों तक पहुंची तो वे चौंक गए। वजह यह कि टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के लिए जिम्मेदार कहे जा रहे जितेंद्र गोगी गैंग का कनेक्शन प्रयागराज में हुए शूटआउट से रहा है।.
दरअसल अतीक अहमद और अशरफ पर गोलियां बरसाने में जिन तुर्किए मेड जिगाना और गिरसान पिस्टल का इस्तेमाल शूटरों ने किया था, उन पिस्टल से टिल्लू ताजपुरिया का कत्ल किया जाना था।टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के लिए यह पिस्टल दो साल पहले उसके विरोधी जितेंद्र गोगी गैंग ने शूटर सनी तक पहुंचाई थी। टिल्लू ताजपुरिया के मर्डर की सुपारी मिलने के बाद हमीरपुर का अपराधी सनी हमले के लिए मौके की तलाश में था लेकिन इसके पहले ही दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की गोलियां बरसा कर हत्या कर दी गई थी।
जितेंद्र की हत्या हो जाने के बाद सनी पिस्टल लेकर भाग आया था। अब टिल्लू ताजपुरिया पर हमले के लिए दी गई पिस्टल का इस्तेमाल 15 अप्रैल को प्रयागराज में काल्विन अस्पताल गेट पर अतीक अहमद और अशरफ की हत्या में इस्तेमाल किया गया है। प्रयागराज के शूटआउट में सनी के साथ बांदा का लवलेश तिवारी और कासगंज जनपद का अरुण मौर्या भी शामिल रहा है। यह तीनों शूटर फिलहाल प्रतापगढ़ जिला कारागार में बंद हैं।