राजस्थान की सबसे बड़ी लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव हारने के बाद शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी सियासी जाल में फंसते नजर आ रहे हैं. कुछ दिन पहले निर्दलीय विधायक ने प्रदेश के बजट में शिव विधानसभा की अनदेखी करने का आरोप लगाया था, और सदन में भजनलाल सरकार को जमकर घेरा था. जबकि आज उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए एक और मुद्दा उठाया है और सरकार से राहत प्रदान करने की मांग की है. भाटी ने एक्स पर लिखा, 'पश्चिमी राजस्थान में निरंतर अघोषित विद्युत कटौती हो रही है, जिससे आमजन बेहद परेशान है. मेरी विधानसभा क्षेत्र में भी अघोषित विद्युत कटौती की समस्या चली आ रही है. मुख्यमंत्री महोदय एवं प्रशासन को अवगत करवाना चाहता हूं कि समय रहते इस समस्या का निदान करके आमजन को राहत प्रदान करावे.' इससे पहले बजट सत्र में बोलते हुए रविंद्र सिंह भाटी ने कहा था कि, 'मेरे एमपी का चुनाव लड़ने से अगर किसी को कोई नाराजगी है, तो हमें बताएं, हमारे लोगों ने आपका क्या बिगाड़ा है? मैंने तमाम मांगें रखी. प्रदेश की सरकार की मांग पर मैंने सुझाव भी भेज. लेकिन बजट सत्र में एक भी जगह शिव विधानसभा का नाम नहीं डाला गया. भाटी ने आगे कहा, 'मेरे विधानसभा की जनता ने पूछा कि साहब क्या हुआ, शिव का नाम क्यों नहीं आया? मैंने कहा शायद, एमपी का चुनाव लड़ा हूं, इसकी नाराजगी की वजह से नाम नहीं आया. इस बजट में सीमांत इलाके के लोगों को नकारकर सरकार ने उनके साथ कुठाराघात किया है. हम उन लोगों के लिए मांग कर रहे थे, जो आजादी के बाद अभी तक अभाव में जी रहे हैं. पर बदले में उनको कुछ नहीं मिला. ऐसे में अब अघोषित बिजली कटौती से जनता परेशान हो रही है. सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए और जल्द से जल्द इसका समाधान करना चाहिए.