अतीक-अशरफ की हत्या के मामले की जांच के लिए बनाई गई एसआइटी ने बुधवार को बांदा में दस्तक दी। यहां से तीन लोगों को उठाए जाने की चर्चा है। हालांकि देर रात तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। एक टीम के हमीरपुर जाने की भी चर्चा है। पुलिस के आलाधिकारी भी इस बाबत कुछ भी जानकारी से इन्कार कर रहे हैं।
माफिया अतीक और उसके भाई की गोली मारकर हत्या करने वाले शूटरों की कुंडली भी खंगाली जा रही है। पुलिस की तीन टीमों को आरोपितों के मूल निवास स्थान बांदा, हमीरपुर और कासगंज भेजा गया है। एसआइटी के इंस्पेक्टर ओम प्रकाश की अगुवाई में पुलिस टीम आरोपितों के बारे में सभी तरह की जानकारी जुटाएगी।
पुलिस का कहना है कि क्योटरा निवासी लवलेश तिवारी, कुरारा हमीरपुर के मोहित उर्फ सनी और कातरवाडी सोरो कासगंज के अरुण कुमार मौर्या के खिलाफ शाहगंज थाने में हत्याकांड का मुकदमा लिखा गया है। तीन पुलिस टीमों को संबंधित जिले में भेजा गया है।
पुलिस टीम आरोपितों के सही नाम, पता, आम शोहरत, संगठन से जुड़ाव, शिक्षा, पारिवारिक पृष्ठभूमि, व्यवसाय, गांव या मोहल्ले में छवि, परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाएगी। साथ ही संबंधित थाने में उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों का ब्योरा भी खंगाला जाएगा।
जरूरत के अनुसार परिवार के सदस्यों और दोस्तों से भी पूछताछ आरोपितों के बारे में जानकारी एकत्र की जाएगी। पूछताछ के दौरान स्थानीय पुलिस का भी सहयोग लिया जाएगा। तीनों आरोपितों की कुंडली खंगालने के बाद पुलिस टीम वापस आएगी और उसी आधार पर सभी सवाल भी किए जाएंगे।
माना गया है कि अभियुक्तों के मूल निवास से काफी कुछ साफ हो सकता है। सूत्र बताते हैं कि टीम बांदा पहुंच गई है और लवलेश तिवारी से जुड़े कुछ लोगों की तलाश में छापेमारी की। रेलवे स्टेशन के पास से तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया है।