जिला कार्यवाह देवेंद्र जी,जिला प्रचारक रवि दत्त जी, वर्ग कार्यवाह ईश्वर सिंह जी प्रमुख रूप से रहे मौजूद

 शारीरिक, योग और बौद्धिक से किया जाएगा प्रशिक्षित  

आज से पन्ना के महेबा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का 7 दिनों का प्रशिक्षण "प्राथमिक शिक्षा वर्ग" का उद्घाटन दीप प्रज्वलन के साथ हुआ जिसमें जिले के सह जिला कार्यवाह देवेंद्र सिंह जी एवं वर्ग कार्यवाह ईश्वर सिंह के साथ वक्ता रवि दत्त जिला प्रचारक के रूप में रहेl जिला प्रचारक ने 136 शिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि डॉक्टर हेडगेवार जन्मजात देशभक्त रहे उन्होंने संघ की स्थापना भारत को स्वतंत्र कराने, भारत फिर से गुलाम ना हो सुनिश्चित करने के लिए और भारत विश्व गुरु बने ऐसे तीन कारणों से किया।

 अपने जीवन के अनुभव के साथ इस कार्य को पूरा करने के लिए एक घंटे की शाखा माध्यम बनेगी।

डॉ हेडगेवार ने सदैव शाखा को महत्व दिया सभी कार्यों से महत्वपूर्ण शाखा को माना और शाखा के माध्यम से इस प्रकार के व्यक्तियों का निर्माण किया जो परिवार, समाज और देश के लिए व्यवहारिक हो, घर चलाने से लेकर राष्ट्र चलाने तक सभी कार्यों में दक्ष हो। समाज में जिस प्रकार के कार्यों के लिए आवश्यकता होगी वैसे संगठन बनाकर समाज के लोगों के लिए कार्य करने के लिए कटिबद्ध हो, 

आज देश में ऐसे 40 संगठन बन गए हैं जो देश के नहीं बल्कि विश्व के अग्रणी संगठन है जिनका नेतृत्व स्वयंसेवक कर रहे हैं आगे भी जो आवश्यकता होगी उस प्रकार के कार्य के लिए नया संगठन बनाते हुए स्वयंसेवक समाज के माध्यम से चुनौतियों का सामना करेंगे।

स्वयंसेवकों ने जो जो सपना देखा वह है आज पूरा हो रहा है फिर से 370 की धारा, राम मंदिर का निर्माण का कार्य पूरा होने वाला है। और हम अपनी अपनी आंखों से भारत को विश्व गुरु बनते हुए भी देखेंगे जो हम कहते हैं वह करते हैं।

देश विभाजन के समय पाकिस्तान में हिंदुओं को सुरक्षित पहुंचाने के कार्य में स्वयंसेवकों ने बलिदान दिया।

चाइना के बीच में सैनिकों की सहायता की जिसके कारण तत्कालीन प्रधानमंत्री ने राजपथ पर चलने के लिए सेंड सेवकों को आमंत्रित किया और स्वयंसेवक चले।

स्वयंसेवकों ने 1975 मे राष्ट्र में लगी इमरजेंसी का विरोध करते हुए लोकतंत्र की स्थापना के प्रयत्न किए। कोरोना के समय की समाज के साथ खड़े रहे यह साधारण बात नहीं है स्वयंसेवक राष्ट्र समाज और परिवार की उन्नति का कारण बनता है और व्यक्ति निर्माण के माध्यम से ही विश्व गुरु बनेगा जिस दिन समाज में शहरी क्षेत्रों में तीन प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र के एक प्रतिशत सेवक हो जाएगा निश्चित तौर पर भारत विश्व गुरु बनने की दिशा पर बढ जाएगा।