नई दिल्ली। चीन की सरकार की तरफ से प्रतिबंध के बाद अमेरिकन सेमीकंडक्टर कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी अगले साल से भारत में चिप बनाना शुरू कर देगी। बुधवार को अमेरिका में कंपनी के सीईओ संजय मेहरोत्रा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के बाद माइक्रोन की तरफ से भारत में चिप निर्माण का औपचारिक एलान कर दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे से पहले ही पिछले सप्ताह कैबिनेट कमेटी की बैठक में माइक्रोन की निवेश योजना पर मुहर लग चुकी थी ताकि सेमीकंडक्टर के निर्माण के लिए माइक्रोन को प्रोडक्शन लिंक्‍ड इंसेंटिव (पीएलआई) का लाभ भी मिल सके।

चीन में पहले से चिप बना रही माइक्रोन

माइक्रोन चीन में पहले से चिप निर्माण का काम कर रही है, लेकिन इस साल माई के तीसरे सप्ताह में चीन की सरकार ने माइक्रोन के चिप को देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक बताते हुए चीन में माइक्रोन के चिप की खरीदारी पर रोक लगा दी है। ऐसे में माइक्रोन जल्द से जल्द भारत में अपना उत्पादन शुरू करना चाहेगा ताकि चीन में होने वाले नुकसान की भरपाई हो सके।

फैक्ट्री में 2.75 अरब डॉलर का होगा निवेश

वर्ष 2026 तक भारत में सेमीकंडक्टर का बाजार 64 अरब डॉलर का होगा। वर्ष 2021 से वर्ष 2026 तक सेमीकंडक्टर के बाजार में सालाना 19 फीसद की बढ़ोतरी दर का अनुमान है। तभी माइक्रोन ने कहा है कि वह वर्ष 2023 में ही गुजरात में अपनी चिप एसेंबली व टेस्ट फैक्ट्री की स्थापना का काम पूरा करने की कोशिश करेगी और अगले साल से फैक्ट्री का संचालन शुरू हो जाएगा। इस एसेंबली व टेस्ट फैक्ट्री में 2.75 अरब डॉलर का निवेश होगा। इनमें से 82.5 करोड़ डॉलर माइक्रोन निवेश करेगी। बाकी निवेश भारत व गुजरात सरकार मिलकर करेगी।

स्मार्टफोन फोन व पीसी के लिए चिप बनाती है कंपनी

माइक्रोन अगले साल चिप निर्माण शुरू करने के कुछ साल के बाद दूसरे चरण का निवेश भी करेगी। माइक्रोन मुख्य रूप से स्मार्टफोन फोन व पीसी के लिए चिप का निर्माण करती है। भारत में अभी चिप का निर्माण नहीं होता है। भारत में अभी सिर्फ चिप की डिजाइनिंग का काम शुरू हो सका है।

सेमीकंडक्टर वैल्यू व सप्लाई चेन का भरोसेमंद पार्टनर होगा भारत

इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि माइक्रोन की तरफ से भारत में चिप निर्माण की यह घोषणा भारत के सेमीकंडक्टर निर्माण राष्ट्र बनने की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि यह एक शुरुआत है और जल्द ही भारत वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर वैल्यू व सप्लाई चेन का भरोसेमंद पार्टनर के रूप में उभरेगा।

डेढ़ साल पहले सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम तैयार करने की हुई थी पहल

डेढ़ साल पहले सरकार देश में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम तैयार करने के लिए 76,000 करोड़ रुपए के इंसेंटिव देने की घोषणा कर चुकी है। माइक्रोन से पहले भारत में चिप बनाने के लिए वेदांता व फॉक्सकॉन की तरफ से औपचारिक घोषणा की जा चुकी है, लेकिन चिप की टेक्नोलॉजी मिलने में हो रही दिक्कतों की वजह से वेदांता-फॉक्सकॉन से पहले माइक्रोन भारत में चिप बनाने लगेगी।