भोपाल के कोलार थाना क्षेत्र में रहने वाली एक नवविवाहिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मायके वालों का आरोप है कि मेरी बेटी मायके आकर लाडली बहना योजना के फार्म का ई-केवाईसी कराने और फार्म भरने के लिए चलने को कह रही थी, जबकि पति ले जाने को तैयार नहीं था। दंपती ने 2017 में प्रेम विवाह किया था, जिसके बाद से दोनों भोपाल में रह रहे थे। कोलार पुलिस इन आरोपों की भी जांच कर रही है।

कोलार पुलिस के अनुसार पूजा वर्मा पत्नी लक्ष्मीकांत वर्मा (23) डी सेक्टर, बंजारी स्थित राघव कॉलोनी में पति और तीन साल की बच्ची के साथ रहती थी। पूजा का मायका नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा में है। उसका पति घर के बाहर ही पान की गुमटी लगाता है। बुधवार दोपहर करीब 12 बजे लक्ष्मीकांत गुमटी पर था। इस दौरान पूजा ने अपनी तीन साल की बच्ची को कमरे से बाहर निकालकर फांसी लगा ली।

अंदर से दरवाजा बंद होने के कारण बच्ची दरवाजे के बाहर तेज आवाज में रो रही थी। बेटी की आवाज सुनकर लक्ष्मीकांत कमरे पर पहुंचा तो देखा कि कमरा अंदर से बंद है। उसने पत्नी को आवाज लगाई तो कोई रिस्पांश नहीं मिला, इसके बाद उसने पड़ोसियों को बुलाकर दरवाजा तोड़ा तो देखा कि पत्नी पूजा फंदे पर झूल रही थी। पड़ोसियों ने उसे तुरंत उसे एक निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

SP लेंगे मायके वालों के बयान

मामला नवविवाहिता का होने के कारण पुलिस ने मायके वालों को बुलाया था। गुरुवार सुबह मायके वाले गाडरवारा से भोपाल पहुंचे, उनके सामने ही पोस्टमॉर्टम कराया गया। मामले की जांच एसीसी चूनाभट्टी सुरेश दामले को सौंपी गई है। मायके वालों ने आरोप लगाए हैं कि पूजा अपने पति से गाडरवाड़ा चलकर लाडली बहना योजना का ई-केवाईसी कराने के लिए कह रही थी, उसका समग्र और आधार दोनों वहीं का था। लेकिन लक्ष्मीकांत उसे लेकर जाने को तैयार नहीं था, इसी बात पर बीते कई दिनों से दोनों में विवाद चल रहा था।

मायके वालों का आरोप है कि इसी कारण और पति की प्रताड़ना से परेशान होकर ही उनकी बेटी ने आत्महत्या की है। एसीपी दामले ने बताया कि मायके वालों के आरोपों की तस्दीक की जा रही है। लिखित में भी उनके बयान लिए जा रहे हैं।