दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहनों की वजह से लगातार हो रहे हादसों के बाद पुलिस ने एक्सप्रेसवे पर प्रतिबंधित वाहनों के खिलाफ अभियान शुरू किया है।दूसरे दिन शनिवार को पुलिस ने 217 वाहनों के 20-20 हजार चालान काटे और 10 वाहनों को सीज किया है।
दिल्ली और मेरठ से ही दोपहिया वाहन एक्सप्रेसवे पर चढ़ रहे हैं और बीच वाली लेन में चलने लगते हैं। इस कारण 100-120 प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रहे चार पहिया वाहन के बीच में बाधा बनते हैं और हादसों का शिकार हो रहे हैं।
इस साल अब तक सड़क हादसों में 172 लोगों की जान गई है। पुलिस का कहना है कि एक्सप्रेसवे पर साइन बोर्ड लगे होने के बावजूद लोग जागरूक नहीं हो रहे हैं और नियमों को तोड़ रहे हैं। एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने बताया कि एक्सप्रेस वे पर सख्ती बढ़ा दी गई है। अब लगातार कार्रवाई की जाएगी। शनिवार को प्रतिबंधित 217 वाहनों के चालान काटे गए हैं।
मेरठ और दिल्ली की एंट्री प्वाइंट से आ रहे वाहन
पुलिस ने बताया कि गाजियाबाद की सीमा में पुलिस ने सख्ती बढ़ा दी है। भोजपुर, एबीईएस कॉलेज, रेयान इंटरनेशनल स्कूल के सामने समेत गाजियाबाद की सीमा में एक्सप्रेसवे पर जाने वाले रास्तों पर पुलिस तैनात की गई है। यहां से प्रतिबंधित वाहनों को एक्सप्रेस वे पर नहीं जाने दिया जा रहा है। अन्य रास्तों से आने वाले प्रतिबंधित वाहनोंके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
तीन साल में हुए सड़क हादसे
2022 396
2021 824
2020 708
सड़क हादसों में हुई मौत
2022 172
2021 392
2020 327
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर पूर्व में हुए हादसे
25 मई- नूरपुर रेस्ट एरिया के पास हरिद्वार से आ रही वैन दोपहिया वाहन को बचाने की कोशिश में पलट गई। हादसे में वैन में आग लग गई और दो लोग जिंदा जल गए
27 मई: गाजियाबाद से हरिद्वार जा रहे बाइक सवार रेलिंग से बाइक टकराने से गंभीर रूप से घायल हुए
28 जून: दो अलग-अलग हादसों में दो बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हुए
26 जुलाई: मसूरी थाना क्षेत्र में बाइक सवार तीन कांवडिय़ों की डिवाइडर से टकराने से मौत हुई
26 जुलाई: कविनगर थाना क्षेत्र में स्कूटी सवार कांवडिय़ों की हादसे में मौत हुई
28 जुलाई: गलत दिशा में आ रही बाइक सवार मां-बेटी और किशोरी की मौत हुई