कर्नाटक विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। राज्य में सत्ता परिवर्तन का दावा करते हुए कांग्रेस पार्टी सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साध रही है। गौरतलब है कि चुनाव से पहले ही कांग्रेस पार्टी के अंदर मुख्यमंत्री पद को लेकर रार शुरू हो चुका है।

कर्नाटक कांग्रेस में इस समय दो बड़े चेहरे हैं, पहला कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और दूसरा अनुभवी राजनेता सिद्धारमैया। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर प्रतिस्पर्धा चल रही है। इसी बीच डीके शिवकुमार ने मुख्यमंत्री बनने की रेस में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की इंट्री करवा दी।

खरगे का पूरा ध्यान 2024 चुनाव पर

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, खरगे तीन बार मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में थे, लेकिन हर बार वो मुख्यमंत्री बनते-बनते रह गए। साल 1999 में एस एम कृष्णा के साथ वो रेस में थे। वहीं, साल 2004 में एन धरम सिंह के साथ और साल 2013 में सिद्धारमैया के साथ वो मुख्यमंत्री की रेस में थे।

बता दें कि पार्टी के कुछ पदाधिकारियों का मानना ​​है कि उनके पदों और जिम्मेदारियों को देखते हुए खड़गे की राज्य की राजनीति में वापसी की संभावनाएं बहुत सीमित हैं। पार्टी के एक पदाधिकारी ने बताया कि फिलहाल खरगे का पूरा ध्यान साल 2024 लोकसभा चुनाव पर है।