नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सरकार ने हाल में छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दर में बढ़ोतरी की है। इसके बाद पोस्ट ऑफिस की लोकप्रिय बचत योजना नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) पर मिलने वाली ब्याज दर में काफी बढ़ोतरी हुई है। मौजूदा समय में इस पर 7.7 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज मिल रही है, जो कि बैंक एफडी की तुलना में काफी अधिक है।
टैक्स सेविंग एफडी को छोड़ दिया जाए तो सामान्य एफडी में निवेश करने पर सरकार की ओर से कोई खास टैक्स लाभ नहीं दिया जाता है। ऐसे में ये योजना ऐसे निवेशकों के बेहतर विकल्प है, जो सुरक्षित निवेश के साथ टैक्स की बचत करना चाहते हैं। आइए जानते हैं NSC कराने के फायदे...
NSC में न्यूनतम निवेश
एनएससी को केंद्र सरकार के द्वारा ऑफिस के माध्यम से जारी किया जाता है। इस वजह से यह बैंक एफडी जितनी ही सुरक्षित है और इसमें निवेशित राशि डूबने का कोई भी खतरा नहीं होता है। इसमें न्यूनतम 1000 रुपये के निवेश से शुरुआत की जा सकती है। इसका लॉक इन पीरियड पांच साल का होता है।
NSC में टैक्स की बचत
एक वित्त वर्ष में एनएससी में 1.5 लाख रुपये तक निवेश करने पर इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत छूट मिलती है और इसे आपकी कर योग्य आय में से घटा दिया जाता है।
लॉक इन पीरियड
एनएससी में एक बार निवेश करने पर आप निवेशित राशि को पांच साल के बाद ही निकाल सकते हैं। इसमें अवधि पूरी होने से पहले निकासी का विकल्प नहीं दिया जाता है। केवल मृत्यु या फिर कोर्ट के आदेश के बाद ही राशि निकाली जा सकती है।
लोन सुविधा
एनएससी पर बैंक लोन की सुविधा देते हैं। आप इसे बैंक में गिरवी रख आसानी से लोन भी ले सकते हैं।