गुनौर :मध्य प्रदेश मैं विधान सभा चुनाव होने वाले हैं जिसको लेकर राजनैतिक दल कार्य कर्ता नेता वोटर और सपोटर अपनी अपनी तैयारियों में अभी से जुट गये हैं गाँव की गलियों चौबारों शहर की दुकानों पर लोगों को चुनाव के आंकड़े और अनुमान लगाते देखा व सुना जाने लगा है अपनी अपनी सोच व विचार धारा के अनुसार लोग उम्मीदों की उम्मीदवारी करने लगे हैं इसी के तहत जिले की गुन्नौर विधान सभा जो की हरिजन वर्ग के लिए आरक्षित है वर्तमान में यहाँ काँग्रेस पार्टी के शिवदयाल बाग़री विधायक हैं जिन्होंने बीस वर्ष के लंबे अंतराल के बाद विधान सभा में काँग्रेस को विजय बनवाई थी उन्हें दो हजार तेरह के चुनाव में पराजय और दो हजार अठारह के चुनाव में जीत मिली थी इस बार प्रत्याशी बनते हैं या नहीं यह कहना आसान नहीं है क्यों की काँग्रेस के अन्य दावेदार नीव मजबूती के साथ वर्षों से इंतजार कर रहे हैं पार्टी उनमें से भी किसी नये चेहरे को अवसर दे सकती है और इस बात के आसार भी नजर आ रहे हैं क्यों की चुनाव में जनता ही जनार्दन की भूमिका निभाती है वही सर्वोपरि होती है जनता की आवाज ही सत्ता का राज होती है विधान सभा की जनता का कहना है कि काँग्रेस और भारतीय जनता पार्टी को पढ़े लिखे समझदार बेदाग छवि सामाजिक पृष्ठ भूमि राजनैतिक अनुभव पार्टी के लिए सदा समर्पित व जीतने की उम्मीद वाले व्यक्ति को अपना प्रत्याशी बनाना चाहिए देखना है किसको मिलता है प्रत्याशी का ताज और किसका होता है विधान सभा में राज। फिर हाल काँग्रेस से जो नाम चर्चाओं में हैं उनमें वर्तमान विधायक शिवदयाल बागरी, पूर्व विधायक फुन्दर चौधरी, जीतेन्द्र जाटव,जीवनलाल सिद्धार्थ,ग्राम पंचायत बंधौरां के वर्तमान सरपंच नन्हें लाल चौधरी, केशरी अहिरवार् सतोला चौधरी आदि प्रमुख हैं भाजपा से पूर्व विधायक राजेश वर्मा, महेंद्र बाग़री, अमिता बाग़री, अंगद प्रजापति, संजय अहिरवार,आदि प्रमुख हैं। यह सब अनुमान आंकड़ों एवं जन संवाद पर आधारित है अभी सब कुछ भविष्य के गर्भ में है परंतु यह निश्चित है की इस विधानसभा का चुनाव परिणाम प्रत्याशी चयन पर पर निर्भर होगा?