नई दिल्ली, बीते साल एआई आधारित चैटबॉट मॉडल चैटजीपीटी को लॉन्च किया गया। यह दुनिया भर के कई देशों को लुभाने में कामियाब रहा। चैटबॉट की ह्यूमन लाइक टेक्स्ट जेनेरट कर सकने की क्षमताओं के साथ इसका इस्तेमाल करोड़ों यूजर्स द्वारा किया गया। वहीं अब, चैटजीपीटी के इस्तेमाल पर रोक लगने की बातें सामने आ रही हैं।

इटली के बाद जर्मनी लगा सकता है बैन

मालूम हो कि चैटजीपीटी के इस्तेमाल पर बीते दिनों ही इटली ने अस्थाई रोक लगाई है। वहीं अब जर्मनी का नाम भी चैटजीपीटी को बैन करने में सामने आ रहा है।

आने वाले दिनों में लग सकता है बैन

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट की मानें तो जर्मनी के डाटा सिक्योरिटी ऑफिसर Ulrich Kelber (German commissioner for data protection) ने इस बात की जानकारी दी है। हालांकि, इस तरह का कदम कब तक उठाया जाएगा इसकी जानकारी नहीं दी गई है।

इटली द्वारा चैटबॉट पर बैन लगाने के बाद कुछ और देशों का ध्यान इस ओर आया है। फ्रांस और आयरलैंड के प्राइवेसी रेगुलेटर भी चैटबॉट पर बैन लगाने के प्रति अपनी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। हालांकि, इस बारे में स्वीडन के प्राइवेसी रेगुलेटर का मत भी सामने आया है।

मालूम हो कि जेनेरेटिव एआई जैसे की चैटजीपीटी अपने उत्तर के लिए एल्गोरिथ्म पर काम करता है, जिसके लिए एक बडे़ लेवल पर डाटा का इस्तेमाल किया जाता है।