गोंडा निवासी 36 वर्षीय महिला ने गलती से बैटरी में डाला जाने वाला एसिड पी लिया। इससे आहार नली समेत अंदरूनी हिस्सा जल गया। महिला को खाने में परेशानी होने लगी। केजीएमयू के सर्जरी विभाग में महिला की बड़ी आंत से आहार नली बनाकर छोटी आंत से जोड़ा गया। चार घंटे की इसोफेगोकोलोप्लास्टी के बाद महिला अब स्वस्थ है

एसिड के कारण महिला की आहार नली क्षतिग्रस्त

 

केजीएमयू में पहली बार इस तरह की जटिल सर्जरी हुई है। सर्जरी करने वाले मुख्य सर्जन गैस्ट्रो सर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. पंकज कुमार ने बताया कि एसिड के कारण महिला की आहार नली और अमाशय दोनों बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे, जिसकी वजह से वह खाना नहीं खा पा रही थी।

एंडोस्कोपी द्वारा किया गया इलाज

 

जब वह नवंबर में हमारे पास आई तो एंडोस्कोपी के द्वारा इलाज किया गया। पाइप के जरिये उसे खाना पहुंचाया जाता रहा। डा. पंकज बताते हैं कि ऐसे मामलों में घाव सूखने के बाद ही सर्जरी की जाती है। इस महिला की भी तीन से चार माह बाद इस सर्जरी का निर्णय लिया गया। सर्जरी में तीन जगह रास्ता बनाया गया