यात्रियों ने अकेले यात्रा कर रही लड़की की जानकारी ट्रेन में एस्कॉर्ट पार्टी को दी और उसे उनके हवाले कर दिया। इसके बाद आरपीएफ की एस्कॉर्ट पार्टी ने तत्काल इसकी सूचना सहरसा आरपीएफ पोस्ट पर दी। सोमवार की रात करीब दस बजे नाबालिग लड़की को सहरसा पोस्ट पर लाया गया, जहां आरपीएफ इंस्पेक्टर वंदना कुमारी ने पूछताछ के बाद नाबालिग लड़की को मध्य रात्रि चाइल्ड हेल्पलाइन के सुपुर्द कर दिया।
पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट - बूंदी
पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट कीऔर से बूंदी वासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं
जानकारी के अनुसार 12 वर्षीय लड़की नालंदा जिले की रहने वाली हैं और वर्तमान में माता और पिता के साथ पटना में किराए के मकान में रहती है। लड़की के पिता मजदूरी करते हैं। आरपीएफ के समक्ष लड़की ने बयान में बताया कि वह पिता से नाराज होकर मौसी के घर बाढ़ स्टेशन जाने के लिए पटना में कोसी एक्सप्रेस पर चढ़ गई थी। लेकिन रात के अंधेरे में स्टेशन आने का पता नहीं चला और भटक कर आगे सहरसा स्टेशन पहुंच गयीबताया गया कि जब ट्रेन मानसी से सहरसा के लिए खुली तो स्लीपर कोच संख्या तीन में यात्रियों ने एकांत में लड़की को रोते हुए देखा। यात्रियों द्वारा पूछे जाने पर भी लड़की ने कुछ नहीं बताया और रोती ही रही। इसके बाद यात्रियों ने ट्रेन में एस्कॉर्ट पार्टी को इसकी सूचना दी। एस्कॉर्ट पार्टी ने सहरसा स्टेशन पर आरपीएफ इंस्पेक्टर वंदना कुमारी को घटना की जानकारी दी। इसके बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर की पहल पर उसे चाइल्ड हेल्पलाइन को साैंप दिया गया और उसके बताए पते पर उसके अभिभावकों को भी इसकी सूचना दे दी गई