नई दिल्ली, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही। संसद सदस्यता रद होने के बाद उन्हें अब अपना सरकारी बंगला खाली करना होगा। लोकसभा की हाउसिंग कमेटी ने नोटिस देकर उन्हें बांगला खाली कराने के आदेश दिया है। फिलहाल राहुल गांधी 12 तुगलक लेन वाले सरकारी बंगले में रह रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस नेता को 22 अप्रैल तक अपना सरकारी आवास खाली करना होगा। मंगलवार को राहुल गांधी ने इस मामले पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बांगला खाली कराने के मामले में दी गई नोटिस का जवाब देते हए कहा कि वह इस नोटिस का पालन करेंगे।

नोटिस पर राहुल गांधी ने दी प्रतिक्रिया

लोकसभा सचिवालय को भेजे अपने संदेश में राहुल गांधी ने कहा,"12 तुगलक लेन स्थित सरकारी बंगले को खाली कराने के संबंध में 27 मार्च, 2023 के मिले पत्र के लिए धन्यवाद। पिछले चार कार्यकाल से लोकसभा के निर्वाचित सदस्य के रूप में यहां बिताए अपने समय की सुखद यादों का एहसानमंद हूं।" उन्होंने आगे कहा, "मैं नोटिस के अनुसार जरूर इस बंगले को खाली करूंगा।"

मल्लिकार्जुन खरगे ने जताई नाराजगी

बता दें कि राहुल गांधी साल 2005 से ही 12, तुगलक लेन बंगले में रह रहे हैं। बांगला खाली कराने वाले नोटिस के मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सरकार पार्टी के पूर्व अध्यक्ष को "धमकाने, डराने और अपमानित करने" के लिए सरकार के रवैये की निंदा करते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के साथ उनके 10 जनपथ स्थित आवास पर रह सकते हैं या वह खुद गांधी परिवार के लिए एक घर खाली करके उपलब्ध करा सकते हैं। वहीं, राज्य सभा सांसद कपिल सिब्बल ने भी लोकसभा सचिवालय द्वारा लिए गए इस फैसले को 'नीच राजनीति' का नाम दिया है।