राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार के अस्पतालों में तैयारयों के आंकलन के लिए प्रदेश स्तर की माक ड्रिल की गई लोकनायक समेत, संजय गांधी मैमोरियल और सत्यवादी राजा हरीश चंद्र अस्पताल कोरोना इलाज और स्थिति के नियंत्रण की तैयारियों को परखा गया। माक ड्रिल के तहत जहां लोकनायक जय प्रकाश अस्पताल में दो घंटे तक माक ड्रिल चली तो वहीं दूसरे अस्पतालों में भी घंटे भर तैयारियों को परखा गया।एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा कि एलएनजेपी अस्पताल में पिछले एक माह में बेड की उपयोग दर शून्य थी। जबकि पिछले कुछ दिनों में हालात तेजी से बदले हैं। उन्होंने कहा फिलहाल 54 साल का एक मरीज वेंटिलेटर पर है। उसे मधुमेह है जबकि 36 साल का एक अन्य मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर है। वह निमोनिया से पीड़ित है। इसके साथ ही सत्यवादी राजा हरीश चंद्र अस्पताल (एसआरएचसीएच) सहित अन्य अस्पतालों में भी करीब एक घंटे तक माक ड्रिल चली।

उन्होंने कहा, हालांकि एसआरएचसीएच में कोविड के उपचार की सुविधा नहीं है, लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी किए गए थे कि सभी जरूरी उपाए हों। कहा, ड्रिल के दौरान, हमने बिस्तर और आक्सीजन की उपलब्धता, कर्मचारियों की आवश्यकता और अन्य सहायक कारकों की जांच की, जो कि भविष्य में कोविड रोगियों को उपस्थित होने के लिए आवश्यक होगा।

वहीं, संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में भी एक घंटे की माक ड्रिल की गई। अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डा. एसके अरोड़ा ने कहा कि हमारे पास 15 डमी रोगी थे। पांच गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण के साथ थे, पांच में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियां थीं और शेष बाल रोग और स्त्री रोग के रोगी थे। ड्रिल का उद्देश्य ऐसे मामलों से निपटने के लिए सभी विभागों की तैयारियों का आंकलन करना था। हमारे पास 40 बेड हैं

कोरोना को 153 नए मामले

दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। संक्रमण दर 9.13 प्रतिशत पहुंच गई है। रविवार को कोरोना के 153 नए मामले सामने आए। 24 घंटे में 96 मरीज ठीक भी हुए हैं। राहत की बात यह है कि 24 घंटे में कोरोना से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। वर्तमान समय में कोरोना के 340 सक्रिय मरीज हैं। जिसमें से 35 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं।