गाजीपुर थाना क्षेत्र के दिल्ली नगर निगम के स्कूल के अंदर पांचवीं कक्षा की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की वारदात सामने आई है। स्कूल के चपरासी ने छात्रा को नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश किया और तीन बाहरी लोगों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। स्कूल के प्रधानाचार्य की शिकायत पर गाजीपुर थाना पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म, अपहरण, पाक्सो समेत विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी पंजीकृत की है। पुलिस ने आरोपित चपरासी अजय (54) को गिरफ्तार कर लिया है, बाकी आरोपितों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। निगम उपायुक्त वंदना राव ने चपरासी को निलंबित कर दिया है।

पीड़ित परिवार गाजीपुर थाना क्षेत्र में रहता है। पीड़िता के परिवार में माता-पिता व बड़ा भाई है। 10 वर्षीय पीड़िता इलाके के एक निगम स्कूल पांचवीं कक्षा में पढ़ाई करती है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि 14 मार्च को पीड़िता की स्कूल की आखिरी परीक्षा थी, वह उसमें अनुपस्थित थी। कक्षा की शिक्षिका ने स्वजन को फोन किया, पीड़िता के भाई ने फोन उठाया और बताया कि स्कूल के चपरासी ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी बहन के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है। उसकी बहन बहुत डरी हुई है।


बताया कि चपरासी ने स्कूल में अज्ञात जगह पर अपने साथियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है। पुलिस ने उस शिकायत पर प्राथमिकी पंजीकृत कर चपरासी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पीड़िता से संपर्क कर उसे एलबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया। आरोपित पिछले दस वर्षों से निगम स्कूल में चपरासी के पद पर नौकरी कर रहा है, उसके खिलाफ पहले से कोई केस दर्ज नहीं है।

वारदात की सूचना मिलते ही स्कूल में हड़कंप मच गया। स्कूल की प्रधानाचार्य व शिक्षक पीड़ित परिवार से मिले और वारदात की जानकारी ली, पीड़ित परिवार ने पुलिस के पास जाने से इन्कार कर दिया। परिवार अज्ञात स्थान पर चला गया। जिसके बाद प्रधानाचार्य ने 22 मार्च को गाजीपुर थाना पुलिस को लिखित में वारदात की सूचना दी।