पहले नवरात्र पर बुधवार शाम और देर तक कुट्टू के आटे से बनी रोटियां और अन्य पकवान खाना श्रद्धालुओं पर भारी पड़ गया। बुधवार रात से अब तक 250 से अधिक लोग बीमार होकर अस्पताल पहुंच चुके हैं। कुट्टू के आटे के पकवान खाने से लोगों को उल्टी-दस्त, जी मिचलाना और चक्कर आने लगे।

लोगों को कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से उल्टी-दस्त, जी मिचलाना और चक्कर आने की समस्या थी। डॉक्टरों ने मरीजों को भर्ती कर इलाज किया। एक-दो घंटे मरीजों को निगरानी में रखने के बाद और तबीयत में थोड़ा सुधार होने के बाद उन्हें दवा देकर घर भेज दिया गया। सुबह 10 बजे तक नागरिक अस्पताल की इमरजेंसी में 150 के करीब मरीज पहुंच चुके थे। वहीं कुछ मरीजों ने निजी अस्पतालों का रुख किया। ट्यूलिप अस्पताल में सुबह तक 70 के करीब मरीज भर्ती थे। मरीजों का आना लगातार जारी था थोड़ी-थोड़ी देर बाद आठ-10 मरीज अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंच रहे थे। अधिक मरीज पहुंचने से अस्पताल के डॉक्टरों में हड़कंप मच गया। मरीजों का इलाज करने के बाद कुछ देर बाद उन्हें घर भेज दिया गया। देर रात से सुबह तक नागरिक अस्पताल में ही 150 से मरीज पहुंच चुके थे। वहीं ट्यूलिप अस्पताल में 70 से अधिक मरीज भर्ती थे। जिला प्रशासन ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी को क्षेत्र की दुकानों पर छापेमारी के आदेश जारी कर दिए।

प्रशासन में मचा हड़कंप

इतने लोगों के एक साथ बीमार होने से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिला उपायुक्त ललित सिवाच ने सीएमओ और एफएसओ को तुरंत कार्रवाई करने के आदेश जारी कर दिए थे। वहीं एफएसओ वीरेंद्र गहलावत जीवन नगर और मॉडल टाउन में दुकानों पर छापेमारी और कुट्टू के आटे की सैंपलिंग के लिए टीमों के साथ निकल चुके थे।