मुंबई, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शिवसेना में विभाजन के लिए उद्धव ठाकरे को जिम्मेदार ठहराया है। वह बुधवार को गुड़ी पाड़वा के अवसर पर अपनी पार्टी की एक रैली को संबोधित कर रहे थे।

उद्धव ठाकरे का नेतृत्व जिम्मेदार है- राज ठाकरे

दादर स्थित शिवाजी पार्क में बोलते हुए उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे ने 39 विधायकों के साथ उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ दिया। इसके लिए उद्धव ठाकरे का नेतृत्व जिम्मेदार है। यहां तक कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री रहते हुए वह अपने ही विधायकों से नहीं मिलते थे। वह उनसे मिलने से इनकार देते थे। इसी कड़ी में राज ने शिवसेना छोड़कर गए सभी वरिष्ठ नेताओं के लिए भी उद्धव को ही जिम्मेदार ठहराया। इनमें वह स्वयं भी शामिल रहे हैं।

राज ठाकरे का दर्द छलका

यह कहते हुए राज ठाकरे का दर्द छलका कि मुझे सिर्फ चुनाव प्रचार के लिए इस्तेमाल किया जाता था। किसी संगठनात्मक भूमिका में मुझे स्थान नहीं दिया जाता था। पार्टी में मेरी भूमिका को कम करके दिखाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया गया। यहां तक कि नारायण राणे जैसे वरिष्ठ नेता को भी पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। वह कभी शिवसेना नहीं छोड़ना चाहते थे।

होर्डिंग्स में बताया राज ठाकरे को महाराष्ट्र का भावी सीएम

बता दें कि मनसे कार्यकर्ताओं ने गुड़ी पाड़वा रैली से पहले शिवाजी पार्क के आसपास ऐसे होर्डिंग्स लगाए थे, जिनमें राज ठाकरे को महाराष्ट्र का भावी मुख्यमंत्री बताया गया था। राज ठाकरे के निकट भविष्य में होने वाले मुंबई महानगरपालिका एवं अन्य चुनावों में भाजपा एवं शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट के साथ हाथ मिलाने के कयास लगाए जा रहे हैं। इसके बावजूद रैली में राज ठाकरे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर भी ताने कसने से बाज नहीं आए।